पाकिस्तानी महिला जासूस ने कैसे फंसाया गुजरात के सहदेव को:6 महीने से दिन-रात चैटिंग, गुड मॉर्निंग से लेकर देश के साथ गद्दारी की इनसाइड स्टोरी
पाकिस्तान के लिए भारत में रहकर जासूसी करने वाले कच्छ के सहदेव सिंह गोहिल को गिरफ्तार किया गया है। वह पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी के संपर्क में कैसे आया और कितने समय तक संपर्क में रहा? सहदेव सिंह को किस तरह की सूचनाएं देने का काम सौंपा गया था और सहदेव सिंह ने अब तक किस तरह की सूचनाएं भेजी हैं, यह जानने के लिए हमने गुजरात एटीएस SP के. सिद्धार्थ से एक्सक्लूसिव बातचीत की- प्रश्न: अदिति भारद्वाज पुरुष है या महिला? उत्तर: वह एक महिला है और उसने सहदेव सिंह गोहिल को कुछ तस्वीरें भी भेजी थीं। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि फोटो उसकी है या किसी और की, लेकिन यह स्पष्ट है कि यह एक महिला है। प्रश्न: वे कैसे बात करते थे? उत्तर: वे दोनों वॉट्सऐप पर चैट और वीडियो कॉल के जरिए संपर्क में रहते थे। दिन-रात चैटिंग होती थी। प्रश्न: अदिति भारद्वाज कहां की रहने वाली? उत्तर: अदिति भारद्वाज दो नंबरों से वॉट्सऐप पर सहदेव से बात कर रही थीं और दोनों नंबरों के आईपी एड्रेस पाकिस्तान के कराची और रावलपिंडी के पाए गए हैं। प्रश्न: क्या अदिति भारद्वाज ने गलत नाम बताया? उत्तर: हां, उसने गलत नाम बताया, उसने शुरुआत में खुद को अदिति भारद्वाज बताया और सहदेव सिंह से बातचीत शुरू की। जब सहदेव को भरोसा हो गया तो उसने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। उसने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने की योजना बताई। सहदेव सिंह इसमें शामिल होने के लिए सहमत हो गया। प्रश्न: अदिति भारद्वाज किस प्रकार की जानकारी मांग रही थीं? उत्तर: अदिति सहदेव से नौसेना, वायु सेना और सेना के बन रहे या नए बनाए गए भवनों के फोटोग्राफ, स्थान और उनकी जानकारी मांगती थीं। प्रश्न: सहदेव सिंह को नकद भुगतान किया गया था, तो क्या इसमें और लोग भी शामिल हो सकते हैं? उत्तर: हां, हम जानकारी जुटा रहे हैं। प्रश्न: किन लोगों को निशाना बना रहे थे ये लोग? उत्तर: पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी हमेशा सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को फंसाने की कोशिश करते रहते हैं। पाकिस्तानी एजेंटों के पास भारतीय लोगों का डाटाबेस और फोन नंबर हैं, जिन पर ये एजेंट मैसेज करते हैं। प्रश्न: क्या अदिति और सहदेव के बीच कोई रोमांटिक संबंध था? उत्तर: शुरू में जब अदिति सहदेव सिंह को भरोसे में लेना चाहती थी, तब उनका रिश्ता रोमांटिक था। उसका विश्वास जीतने के बाद उसने सहदेव सिंह को अपने बारे में बताया। प्रश्न: क्या ज्योति और सहदेव सिंह के मामलों में कोई समानता है? उत्तर: संपर्क करने वाला व्यक्ति एक पाकिस्तानी एजेंट है। ज्योति मल्होत्रा और सहदेव सिंह से संपर्क करने वाले पाकिस्तानी जासूस एक नहीं हैं, लेकिन उनकी कार्यप्रणाली समान है। प्रश्न: अदिति भारद्वाज ने कितने लोगों को अपने जाल में फंसाया ? उत्तर: सटीक संख्या तो ज्ञात नहीं है, लेकिन अदिति ने कई लोगों को अपने जाल में फंसाने की कोशिश की थी। प्रश्न: अदिति किस तरह के लोगों को निशाना बना रही थी? उत्तर: अदिति सरकारी ठेकों पर काम करने वाले लोगों को निशाना बना रही थी। पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी ने किसी तरह सरकारी ठेकों पर काम करने वाले लोगों की संख्या का डेटा हासिल कर लिया है। पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी इन सभी लोगों को बहुत सारे मैसेज भेजती है। जो जवाब देता उसके साथ और आगे बात की जाती थी। प्रश्न: वे लोग हर दिन किस प्रकार की बातचीत करते थे? उत्तर: हर दिन उन लोगों के बीच खूब चैटिंग होती थी और सहदेव सिंह भी मैसेज भेजता था। कई मैसेज हटा दिए गए हैं। हम इन्हें रिट्राइव करा रहे हैं। प्रश्न: ये लोग कितने महीनों से बात कर रहे थे? उत्तर: सटीक समय तो उपलब्ध नहीं है, लेकिन दोनों के बीच छह-सात महीने से बातचीत चल रही थी। इसके बाद अदिति सहदेव सिंह से संवेदनशील वीडियो और फोटो मांगती थी। सहदेव सिंह वीडियो बनाकर भेज देता था।

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