संतोषी माता मंदिर में संकीर्तन आयोजन, भजन सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हुए

लुधियाना| चंदर नगर स्थित संतोषी माता मंदिर में महिला मंडल की ओर से पंडित भीक चंद की अध्यक्षता में संकीर्तन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गणपति वंदना से हुई। अनिता ने सुन ले मेरी पुकार अंबिके आई मैं तेरे द्वार..., पूनम गुप्ता ने तेरे दर पर आया हूं सवाली बनके..., भर दे झोलियां तू मेरी खाली ना मोड़ी..., शेरा वालिये मां, ज्योता वालिये मां... और यही है तमन्ना दातिये... जैसे भजन गाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। पूरे मंदिर में भक्ति का वातावरण रहा। पंडित भीक चंद ने प्रवचन में कहा कि कलयुग में सत्संग ही परमात्मा की कृपा पाने का सरल मार्ग है। सत्संग से मन के विकार दूर होते हैं और मन भगवान के चरणों में लगता है। जीवन में सुख-दुख हमारे कर्मों के अनुसार मिलते हैं, लेकिन नाम जाप से कष्ट सहने की शक्ति मिलती है। परमात्मा पर अटूट भरोसा हमें डगमगाने नहीं देता। उन्होंने नित्य कर्म करते हुए राम नाम सिमरन को ही जीवन की असल पूंजी बताया। उन्होंने बताया कि 16 अगस्त को मंदिर में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। देर रात महाआरती के बाद प्रसाद वितरित होगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से इस दिन मंदिर में हाजिरी लगाने का आग्रह किया। संकीर्तन का समापन आरती के साथ हुआ। कार्यक्रम में सीमा गोयल, विद्या गोयल, अनिता, गीता, पूनम गुप्ता, बीना सचदेवा, जीवन, आशा, सुमन, स्नेहा सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे। पूरे आयोजन में भक्ति, भजन और भजन मंडली के सुरों ने वातावरण को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।

Aug 9, 2025 - 07:26
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संतोषी माता मंदिर में संकीर्तन आयोजन, भजन सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हुए
लुधियाना| चंदर नगर स्थित संतोषी माता मंदिर में महिला मंडल की ओर से पंडित भीक चंद की अध्यक्षता में संकीर्तन हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत गणपति वंदना से हुई। अनिता ने सुन ले मेरी पुकार अंबिके आई मैं तेरे द्वार..., पूनम गुप्ता ने तेरे दर पर आया हूं सवाली बनके..., भर दे झोलियां तू मेरी खाली ना मोड़ी..., शेरा वालिये मां, ज्योता वालिये मां... और यही है तमन्ना दातिये... जैसे भजन गाकर श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। पूरे मंदिर में भक्ति का वातावरण रहा। पंडित भीक चंद ने प्रवचन में कहा कि कलयुग में सत्संग ही परमात्मा की कृपा पाने का सरल मार्ग है। सत्संग से मन के विकार दूर होते हैं और मन भगवान के चरणों में लगता है। जीवन में सुख-दुख हमारे कर्मों के अनुसार मिलते हैं, लेकिन नाम जाप से कष्ट सहने की शक्ति मिलती है। परमात्मा पर अटूट भरोसा हमें डगमगाने नहीं देता। उन्होंने नित्य कर्म करते हुए राम नाम सिमरन को ही जीवन की असल पूंजी बताया। उन्होंने बताया कि 16 अगस्त को मंदिर में जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। देर रात महाआरती के बाद प्रसाद वितरित होगा। उन्होंने श्रद्धालुओं से इस दिन मंदिर में हाजिरी लगाने का आग्रह किया। संकीर्तन का समापन आरती के साथ हुआ। कार्यक्रम में सीमा गोयल, विद्या गोयल, अनिता, गीता, पूनम गुप्ता, बीना सचदेवा, जीवन, आशा, सुमन, स्नेहा सहित कई श्रद्धालु मौजूद रहे। पूरे आयोजन में भक्ति, भजन और भजन मंडली के सुरों ने वातावरण को आध्यात्मिक रंग में रंग दिया।

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