पंजाब के रंग फीका करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा:जेल में ब्रेड-पिज्जा नहीं कैदियों वाला खाना मिलेगा, आजादी बेटों की कुर्बानियों से मिली
पंजाब के सीएम भगवंत मान आज (दस जुलाई) अपने विधानसभा क्षेत्र धूरी में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने गांव ढढोगल में दो सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिन पर 17.21 करोड़ रुपए की लागत आएगी। ये दोनों सड़कें 18-18 फुट चौड़ी बनाई जाएगी। 25 दिन बाद काम शुरू हो जाएगा। वहीं, उन्होंने शहीद सरदार भगत सिंह जी को ढढोगल में श्रद्धांजलि दी और घोषणा की कि इस रोड का नाम भी उनके नाम पर रखा जाएगा। इस मौके पर उन्होंने कहा कि श्री गुरु तेगबहादुर जी का 350वां शहीदी दिवस श्रद्धा से मनाया जाएगा। श्रीनगर से चांदनी चौक तक मार्च निकाला जाएगा। उन्होंने विरोधी राजनीतिक पार्टियों से कहा कि देशभक्ति के सर्टिफिकेट बांटना बंद करो, हमें पता है कि आज़ादी हमें कैसे मिली है। मजीठिया का नाम लेकर उन्होंने तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जेल ब्रेड, पिज्जा नहीं मिलेगा, जेल का खाना खाना पड़ेगा। सीएम भगवंत मान की स्पीच के 4 प्वाइंट - जेल जाकर पूछा आना मेन्यू सीएम ने कहा कि जिन्होंने हमारे रंगले पंजाब के रंग फीके किए है, घरों की रौनक छीनी है, उन पर कोई तरस नहीं किया जाएगा। जिस दिन सबूत मिल गए, उसी दिन जेल भेजा जाएगा। जेल उन्हें बाकि कैदियों की तरह खाना देंगे। उन्हें वहां पिज्जा, बर्गर और गार्लिक ब्रेड नहीं दी जाएगी। अगर मेन्यू देखना है, तो नाभा जा सकते हैं। जिन्होंने रंगले पंजाब के रंग फीके किए हैं, उन्हें किसी भी तरह की दया नहीं दिखाई जाएगी। आजकल तो भाई पिता की बरसी नहीं मनाते अपने पिता की दूसरी बरसी मनाने पर आजकल दो भाइयों में सहमति नहीं बनती, तो वे कह देते हैं कि अरदास ही करवा लेते हैं, क्योंकि उसमें पैसे नहीं लगते। जबकि शहीद की 87वीं शहीदी दिवस मनाया है—यह गांव वालों ने एक मिसाल कायम की है। शहीद-ए-आजम भगत सिंह जब जेल में थे, तो उन्हें कहा गया कि रहम की अपील कर दो, जो नया वायसराय आया है, वह अच्छा आदमी है, वह सजा माफ कर देगा। लेकिन उन्होंने मना कर दिया। उनका कहना था कि देश में वे बहुत मशहूर हो गए हैं, देश के लोग दिल में उन्हें बसाए बैठे हैं, और अब अगला कदम कुर्बानी ही है। लाइड एंड साउंड शो करवाएंगे जाएंगे श्री गुरु तेगबहादुर के शहीदी दिवस 55 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। जहां-जहां गुरु जी गए हैं, वहां समागम करवाए जाएंगे हैं। पंजाब में 108 गांव और 25-30 कस्बों की पहचान की गई है, जहां पर ये समागम होंगे। लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से गुरु जी का इतिहास दिखाया जाएगा। वहीं, गांवों से पूछा गया कि उन्हें कौन-कौन सी सुविधाएं चाहिए, उसी अनुसार सुविधाएं दी जाएंगी। गुरु जी “हिंद की चादर” थे। आजादी के लिए बेटों की कुर्बानियां दी इस मौके पर नगर कीर्तन श्रीनगर से दिल्ली के चांदनी चौक तक जाएगा। यह हमारा विरसा है। यह आज़ादी हमें रेवड़ियों या भीख में नहीं मिली, इसके लिए कुर्बानियां दी गईं। पहले हमने हीरे जैसे बेटे खोए, फिर बंटवारे में लाखों लोग मारे गए। दोनों तरफ से खून से भरी ट्रेनें आईं। पहले हमारे शहीदों ने देश को अंग्रेजों से आज़ाद करवाया, लेकिन जब देश गोरे अंग्रेजों से छूटकर काले अंग्रेजों के हाथों में आया, तो अब चालीस-चालीस लाख चर्ख (प्रवासी) करके फिर वहीं लौट रहे हैं। __ पांच साल ठेकेदार संभालेगा मेंटीनेंस की जिम्मेदारी सीएम ने कहा वह बात नहीं होगी कि एक साइड सड़कें बनी और दूसरी साइड टूट जाएगी। इस पर चीज पर नकेल कसने के लिए हमने फैसला लिया है कि जो ठेकेदार सड़क बनाएगा, वह पांच तक उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी उठागा। इसके साथ ही सड़क के काम को अधिकारियों की कमेटी की तरफ से ओके करने पर अदायगी नहीं हेागी। बल्कि पंचायत को भी चेकिंग की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। उन्होंने लोगों को भी कहा कि वह इस काम में सहयेाग करे।

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