भाजपा नेता की लोहा फैक्ट्री पर GST का छापा:अलीगढ़ में 14 अफसरों की टीम ने की जांच, 7 घंटे चली SIB की जांच में मिले संदिग्ध ट्रांजेक्शन
अलीगढ़ के तालानगरी में जीएसटी की टीम ने भाजपा नेता की लोहे की फैक्ट्री में छापेमारी की। उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद राज्यकर विभाग एसआईबी के 14 अधिकारियों की टीम ने सेक्टर दो स्थित एमआरएस इस्पात पर पहुंचकर दस्तावेजों की जांच की। 7 घंटे तक यह जांच जारी रही, जिसमें अधिकारियों ने एक-एक दस्तावेज खंगाले। टीम की जांच में दिल्ली की फर्जी फर्म से 10 करोड़ रुपए के लोहे की खरीद का मामला सामने आया। फर्म संचालक की ओर से 10 करोड़ की खरीद पर सिर्फ 1.62 करोड़ रुपये की आईटीसी ली गई है। जांच में टीम को कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी मिले हैं। जिसके बाद टीम ने दस्तावेज जब्त कर लिए हैं और फर्म को नोटिस जारी कर दिया है।फर्म भाजयुमो के महानगर कोषाध्यक्ष की है। कागजों में की खरीद, फर्म का रजिस्ट्रेशन निरस्त एसआईबी जांच अधिकारी डा. अभिषेक सिंह ने बताया कि एमआरएस फर्म की जांच में डेटा एनालसिस के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है। लोहे का काम करने वाली इस फर्म ने दिल्ली की बोगस फर्म से 10 करोड़ के लोहे की खरीद दिखाई है। जिस फर्म से खरीद दिखाई है उसका पंजीयन भी निरस्त है। यह खरीद केवल कागजों में खरीद दिखाई गई और 1.62 करोड़ रुपये की आईटीसी भी फर्जी तरीके से सरकार से ली गई है। जांच में इसका खुलासा हुआ है। अधिकारियों को मिले संदिग्ध ट्रांजेक्शन टीम को जांच के दौरान कई संदिग्ध ट्रांजेक्शन भी मिले हैं। जांच में सामने आया है कि जिन वाहनों का आवागमन नहीं हुआ, उनसे खरीद दिखाई गई है। जिसके कारण कुछ दस्तावेज सीज किए गए हैं। फर्म कुकुम अग्रवाल के नाम से संचालित है, जिसका संचालन भाजयुमो के महानगर कोषाध्यक्ष ऋषभ गर्ग सरिया वाले कर रहे हैं।इनकी आगरा रोड पर भी एक फर्म है। जांच के दौरान बजते रहे नेताओं के फोन जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर एसआईबी ग्रेड-टू अनिल कुमार राम त्रिपाठी के निर्देश पर ज्वाइंट कमिश्नर एसआईबी रश्मि सिंह राजपूत ने तालानगरी स्थित एमआरएस फर्म की जांच कराई।गुरुवार को टीम ने फर्म की जांच शुरू हुई और शाम तक जांच जारी रही। बताया जा रहा है कि जांच शुरू होते ही भाजपा के जनप्रतिनिधियों के फोन जांच अफसरों के पास आने लगे।एक जनप्रतिनिधि ने अपनी फैक्ट्री बताते हुए टीम को वापस जाने के लिए कहा। लेकिन अधिकारियों ने लिखित आदेश की बात कहकर जांच जारी रखी। फिर उप्र उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महानगर अध्यक्ष सतीश माहेश्वरी व्यापारियों के साथ पहुंचे। उन्होंने अफसरों से जांच के आदेश मांगे, जिसके बाद अधिकारियों ने फैक्ट्री की जांच के आदेश दिखाए। एसआईबी की टीम जांच पूरी करने के बाद ही वहां से वापस लौटी। इस टीम में डीसी एसआईबी नीरज प्रकाश, डीसी एसआईबी अजीत सिंह, डीसी चंद्रशेखर सिंह, डीसी जितेंद्र आर्या, डीसी पीएन सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर एसआईबी डा. अभिषेक सिंह, असिस्टेंट कमिश्नर एसी प्रताप बहादुर, एसी एकता रानी गुप्ता, एसी संजय तिवारी, सीटीओ चिन्मय मिश्रा, विनोद मिश्रा, सुरेश चंद शर्मा, अशोक कुमार पांडेय, चरण जीत सिंह, प्रमोद कुमार शामिल रहे। संचालक बोले, नहीं मिली गड़बड़ी रेड पूरी होने के बाद व्यापारी नेता सतीश माहेश्वरी की ओर से बयान जारी किया गया, जिसमें उन्होंने बताया कि जीएसटी की जांच में फैक्ट्री में कोई कमी नहीं मिली है। वहीं संचालक व भाजपा नेता ऋषभ गर्ग ने बताया कि जीएसटी की टीम सर्वे करने आई थी। जिसमें उन्हें सभी दस्तावेज सही मिले हैं और जांच टीम ने लिखित में दिया है, कि कोई गड़बड़ी नहीं मिली है।

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