धागों में पिरोई भाई-बहन की मोहब्बत, सांस्कृतिक रंगों में महका रक्षाबंधन

भास्कर न्यूज| लुधियाना शहर के विभिन्न स्कूलों में रक्षाबंधन का पर्व उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित इस अवसर पर बच्चों ने राखी बनाओ प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। रंग-बिरंगे धागों, मोतियों, सितारों, गोटा-पत्ती और सजावटी सामग्री से बच्चों ने आकर्षक और अनोखी राखियां तैयार कीं। हर उम्र के छात्रों ने भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान छोटे बच्चों को रक्षाबंधन का महत्व और इसके पीछे की पौराणिक व सांस्कृतिक कथाएं सुनाई गईं। शिक्षकों ने बताया कि यह त्योहार केवल राखी बांधने का नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्रेम, सम्मान और सुरक्षा के संकल्प का प्रतीक है। बच्चों ने भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाले गीत गाए और कविताएं सुनाईं। गीतों और कविताओं में आपसी स्नेह और पारिवारिक मूल्यों का सुंदर चित्रण था। कई स्कूलों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। इनमें नृत्य, नाटक और समूह गान शामिल रहे। प्रस्तुतियों ने माहौल को भावनाओं और उत्साह से भर दिया। बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। राखी प्रतियोगिता में छात्रों ने मेहनत और कलात्मकता से ऐसी राखियां बनाईं, जो सभी का ध्यान खींच रही थीं। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल त्योहार का आनंद लेना था, बल्कि बच्चों को इसकी परंपराओं और मूल्यों से जोड़ना भी था। पूरे कार्यक्रम में रचनात्मकता, सांस्कृतिक रंग और त्योहार का जोश एक साथ देखने को मिला। यह स्पष्ट था कि रक्षाबंधन आज भी बच्चों के दिलों में अपनी गहरी छाप बनाए हुए है। एसडीपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल हज़ूरी रोड, में छात्रों ने राखी बनाने की प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। ग्रीन लैंड कॉन्वेंट स्कूल न्यू सुभाष नगर।

Aug 9, 2025 - 07:26
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धागों में पिरोई भाई-बहन की मोहब्बत, सांस्कृतिक रंगों में महका रक्षाबंधन
भास्कर न्यूज| लुधियाना शहर के विभिन्न स्कूलों में रक्षाबंधन का पर्व उत्साह और धूमधाम से मनाया गया। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को समर्पित इस अवसर पर बच्चों ने राखी बनाओ प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। रंग-बिरंगे धागों, मोतियों, सितारों, गोटा-पत्ती और सजावटी सामग्री से बच्चों ने आकर्षक और अनोखी राखियां तैयार कीं। हर उम्र के छात्रों ने भाग लेकर अपनी रचनात्मकता और कल्पनाशीलता का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम के दौरान छोटे बच्चों को रक्षाबंधन का महत्व और इसके पीछे की पौराणिक व सांस्कृतिक कथाएं सुनाई गईं। शिक्षकों ने बताया कि यह त्योहार केवल राखी बांधने का नहीं, बल्कि भाई-बहन के प्रेम, सम्मान और सुरक्षा के संकल्प का प्रतीक है। बच्चों ने भाई-बहन के प्यार को दर्शाने वाले गीत गाए और कविताएं सुनाईं। गीतों और कविताओं में आपसी स्नेह और पारिवारिक मूल्यों का सुंदर चित्रण था। कई स्कूलों में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। इनमें नृत्य, नाटक और समूह गान शामिल रहे। प्रस्तुतियों ने माहौल को भावनाओं और उत्साह से भर दिया। बच्चों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। राखी प्रतियोगिता में छात्रों ने मेहनत और कलात्मकता से ऐसी राखियां बनाईं, जो सभी का ध्यान खींच रही थीं। कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल त्योहार का आनंद लेना था, बल्कि बच्चों को इसकी परंपराओं और मूल्यों से जोड़ना भी था। पूरे कार्यक्रम में रचनात्मकता, सांस्कृतिक रंग और त्योहार का जोश एक साथ देखने को मिला। यह स्पष्ट था कि रक्षाबंधन आज भी बच्चों के दिलों में अपनी गहरी छाप बनाए हुए है। एसडीपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल हज़ूरी रोड, में छात्रों ने राखी बनाने की प्रतियोगिता में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। ग्रीन लैंड कॉन्वेंट स्कूल न्यू सुभाष नगर।

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