गंगा और सरयू दोनों नदियां खतरा बिंदु के ऊपर:बलिया में 110 गांव बाढ़ से प्रभावित, एक लाख फूड पैकेट और 7500 राहत किट बांटे गए

बलिया में गंगा और सरयू (घाघरा) नदियां खतरा बिंदु से ऊपर बह रही हैं। गंगा नदी का जलस्तर 59.88 मीटर है, जो खतरा बिंदु 57.615 मीटर से 2.265 मीटर अधिक है। हालांकि यह हाई फ्लड लेवल से लगभग 50 सेमी कम है। घाघरा नदी का जलस्तर 64.38 मीटर है, जो खतरा बिंदु 64.01 मीटर से 37 सेमी अधिक है। इन दोनों नदियों के खतरा बिंदु से ऊपर होने के कारण जिले के 110 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नगर पालिका परिषद बलिया के 5 वार्ड भी बाढ़ की चपेट में हैं। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रशासन बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए पूरी तरह सक्रिय है। अब तक लगभग एक लाख से अधिक खाने के पैकेट और 7500 राहत किट वितरित किए जा चुके हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा टीमें भी तैनात हैं। पशुओं के लिए भूसा और उपचार की व्यवस्था भी की गई है। बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ, फ्लड पीएसी और एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम डिप्टी कमांडेंट के नेतृत्व में तैनात है। एनडीआरएफ के पास 4 नावें भी उपलब्ध हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण जेनरेटर की व्यवस्था की गई है। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष 24×7 संचालित है, जहां अधिकारी और कर्मचारी बाढ़ संबंधी सूचनाओं, शिकायतों और सुझावों को प्राप्त कर प्रभावितों की मदद कर रहे हैं। गंगा नदी के कटान से लगभग 55 कच्चे-पक्के मकान नदी में समा चुके हैं। बाढ़ से करीब 80 हजार की आबादी प्रभावित है। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि इस विपदा की घड़ी में सहयोग करें और किसी भी समस्या की सूचना प्रशासन को दें। तस्वीरें देखिए...

Aug 9, 2025 - 07:29
 0
गंगा और सरयू दोनों नदियां खतरा बिंदु के ऊपर:बलिया में 110 गांव बाढ़ से प्रभावित, एक लाख फूड पैकेट और 7500 राहत किट बांटे गए
बलिया में गंगा और सरयू (घाघरा) नदियां खतरा बिंदु से ऊपर बह रही हैं। गंगा नदी का जलस्तर 59.88 मीटर है, जो खतरा बिंदु 57.615 मीटर से 2.265 मीटर अधिक है। हालांकि यह हाई फ्लड लेवल से लगभग 50 सेमी कम है। घाघरा नदी का जलस्तर 64.38 मीटर है, जो खतरा बिंदु 64.01 मीटर से 37 सेमी अधिक है। इन दोनों नदियों के खतरा बिंदु से ऊपर होने के कारण जिले के 110 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। नगर पालिका परिषद बलिया के 5 वार्ड भी बाढ़ की चपेट में हैं। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह ने बताया कि प्रशासन बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए पूरी तरह सक्रिय है। अब तक लगभग एक लाख से अधिक खाने के पैकेट और 7500 राहत किट वितरित किए जा चुके हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चिकित्सा टीमें भी तैनात हैं। पशुओं के लिए भूसा और उपचार की व्यवस्था भी की गई है। बचाव कार्य के लिए एसडीआरएफ, फ्लड पीएसी और एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम डिप्टी कमांडेंट के नेतृत्व में तैनात है। एनडीआरएफ के पास 4 नावें भी उपलब्ध हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित होने के कारण जेनरेटर की व्यवस्था की गई है। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष 24×7 संचालित है, जहां अधिकारी और कर्मचारी बाढ़ संबंधी सूचनाओं, शिकायतों और सुझावों को प्राप्त कर प्रभावितों की मदद कर रहे हैं। गंगा नदी के कटान से लगभग 55 कच्चे-पक्के मकान नदी में समा चुके हैं। बाढ़ से करीब 80 हजार की आबादी प्रभावित है। जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की है कि इस विपदा की घड़ी में सहयोग करें और किसी भी समस्या की सूचना प्रशासन को दें। तस्वीरें देखिए...

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow