रजिस्ट्री के बदले 37 हजार रिश्वत लेते आरसी-डीड राइटर गिरफ्तार

विजिलेंस ने बुधवार को सविंदर सिंह रजिस्ट्री क्लर्क भिखीविंड और मलकीत सिंह डीड राइटर को 37 हजार रिश्वत लेते काबू किया। विजिलेंस के इंस्पेक्टर शरनजीत सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी गुरभेज सिंह निवासी भिखीविंड की शिकायत पर की गई है। गुरभेज सिंह ने बताया कि पुश्तैनी जमीन के विभाजन के दौरान उसकी 2 कनाल और 2 मरले कृषि योग्य जमीन गलती से रिश्तेदारों को तबदील कर दी गई थी। अप्रैल में सरकारी खजाने में फीसों की अदायगी सहित सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं। उक्त जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवाने के लिए डीड राइटर मलकीत सिंह से संपर्क किया। मलकीत सिंह ने जानबूझकर उक्त रजिस्ट्री के लिए तहसीलदार भिखीविंड से उसकी 24 की अप्वाइंटमेंट रद्द करवाई। पूछताछ करने पर पता लगा कि रजिस्ट्री क्लर्क सविन्दर सिंह उस केस की प्रक्रिया के लिए 32 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। वह अपने जायज काम के लिए रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत दी। इसके बाद विजिलेंस ने आरोपियों को सरकारी गवाह की हाजिरी में 37 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ काबू किया। विजिलेंस ने आरोपियों के िखलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

Aug 7, 2025 - 11:17
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रजिस्ट्री के बदले 37 हजार रिश्वत लेते आरसी-डीड राइटर गिरफ्तार
विजिलेंस ने बुधवार को सविंदर सिंह रजिस्ट्री क्लर्क भिखीविंड और मलकीत सिंह डीड राइटर को 37 हजार रिश्वत लेते काबू किया। विजिलेंस के इंस्पेक्टर शरनजीत सिंह ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी गुरभेज सिंह निवासी भिखीविंड की शिकायत पर की गई है। गुरभेज सिंह ने बताया कि पुश्तैनी जमीन के विभाजन के दौरान उसकी 2 कनाल और 2 मरले कृषि योग्य जमीन गलती से रिश्तेदारों को तबदील कर दी गई थी। अप्रैल में सरकारी खजाने में फीसों की अदायगी सहित सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली थीं। उक्त जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवाने के लिए डीड राइटर मलकीत सिंह से संपर्क किया। मलकीत सिंह ने जानबूझकर उक्त रजिस्ट्री के लिए तहसीलदार भिखीविंड से उसकी 24 की अप्वाइंटमेंट रद्द करवाई। पूछताछ करने पर पता लगा कि रजिस्ट्री क्लर्क सविन्दर सिंह उस केस की प्रक्रिया के लिए 32 हजार रुपए रिश्वत मांग रहा था। वह अपने जायज काम के लिए रिश्वत नहीं देना चाहता था इसलिए विजिलेंस ब्यूरो को शिकायत दी। इसके बाद विजिलेंस ने आरोपियों को सरकारी गवाह की हाजिरी में 37 हजार रुपए लेते हुए रंगे हाथ काबू किया। विजिलेंस ने आरोपियों के िखलाफ केस दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

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