अमृतसर में बिक्रम मजीठिया पर एक और FIR:पुलिस अधिकारी बोलने को तैयार नहीं; अकाली दल का दावा- बौखलाहट में झूठा मामला दर्ज
पंजाब के अमृतसर में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया है। ये मामला विजिलेंस की शिकायत पर दर्ज किया गया है। विजिलेंस की शिकायत है कि बिक्रम मजीठिया को जब टीम गिरफ्तार करने गई थी, तब सरकारी कामकाज में दखलअंदाजी की गई और रुकावट पैदा की गई। हालांकि पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर व अन्य सीनियर अधिकारी इस एफआईआर की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों ने पहले तो किसी भी एफआईआर से इनकार किया, फिर इस बारे में बातचीत करने से ही मना कर दिया। जबकि, अकाली दल लगातार दावा कर रहा है कि यह दूसरी एफआईआर झूठी है और आम आदमी पार्टी की बौखलाहट का नतीजा है। अकाली नेता व स्पोक्स पर्सन अर्शदीप कलेर ने वीडियो जारी कर कहा कि, ऐसा होगा, ये पहले ही जाहिर कर दिया था। एक के बाद एक एफआईआर दर्ज की जा रही है। यही सीएम भगवंत मान का प्लान है। दरअसल, सीएम भगवंत मान खुद बोल रहे हैं कि इन्हें बाहर नहीं आने दिया जाएगा। स्टैंड पर खड़ी नहीं हो पा रही सरकार अर्शदीप सिंह कलेर ने कहा कि पहले पंजाब सरकार ने बिक्रम मजीठिया के खिलाफ नशे का पर्चा दर्ज किया था। जब उस मामले में भी चलान पेश ना किया गया तो अब आय से अधिक संपत्ति मामले में मामला दर्ज किया गया। अब जब यहां भी सफलता नहीं मिली तो एक और मामला दर्ज किया गया है। विजिलेंस के कामकाज में विध्न डाला अर्शदीप सिंह कलेर का कहना है कि विजिलेंस ने शिकायत दी है। जिसमें बताया गया कि जब 25 जून को विजिलेंस उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी तो बिक्रम मजीठिया को मिलने उनके समर्थक पहले से वहां मौजूद थे। बिक्रम मजीठिया रोज अपने समर्थकों से मिलते थे और रोज की तरह ही सभी वहां थे। लेकिन विजिलेंस ने आरोप लगाया कि कामकाज में बिक्रम मजीठिया व उनके समर्थकों ने विध्न डाला।

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