पंजाब मुलाजिम और पैंशनर्स सांझा फ्रट ने डीसी दफ्तर के समक्ष फूंका मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का पुतला

पंजाब मुलाजिम और पैंशनर्स सांझा फ्रंट की ओर से अपनी मांगों को लेकर डीसी दफ्तर के सामने रोष रैली की और पंजाब के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का पुतला फूंका गया। जिला कन्वीनर गुरदीप सिंह बाजवा, अश्वनी अवस्थी, सुखदेव सिंह पन्नू, जोगिंदर सिंह, बलदेव सिंह लुहारका और बोबिंदर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस रोष रैली के दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। रोष रैली को जर्मनजीत सिंह छज्जलवडी ने बताया कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री बार-बार मीटिंगें करके मुकर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि पुरानी पैंशन बहाल की जाए। सभी वर्गों के कच्चे मुलाजिम पक्के किए जाएं। 31 दिसंबर 2015 से पहले रिटायर सातियों की पैंशन 2.59 के हिसाब से संशोधन की जाए, 66 महीनों के एरियर का बकाया रकम एकमुश्त दी जाए। महंगाई भत्ते की पिछली किश्ते और 13/-डीए सेंटर सरकार की तर्ज पर दिया जाए, 200 रुपए जजिया टैक्स बंद किया जाए और पांचवें पे कमिशन का दूसर भाग लागू किया जाए, ग्रामीण भत्ता सहित सारे भत्ते बहाल किए जाएं। वक्ताओं ने सरकार को अपील की कि फ्रंट से मीटिंग करके मुलाजिम और पैंशनरों की मांगों का हल किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी मांगों की तरफ अगर कोई ध्यान नहीं दिया तो 29 अगस्त को लुधियाना में मीटिंग करके अगले संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इस अवसर पर बलकार सिंह वल्टोहा, नरिंदर प्रधान, मदन लाल मनन, चरन सिंह, कर्म सिंह, बलदेव राज शर्मा, दविंदर सिंह, सुच्चा सिंह टरपई, गुरबिंदर सिंह खैहरा, जसवंत राय, सुखदेव राज कालिया, मंगल सिंह टांडा, मनजीत सिंह बासरके, राजेश पराशर, शिव नारायण, करतार सिंह एमए, सुखजिंदर सिंह रियाड़, कर्मजीत सिंह केपी, बलविंदर सिंह, जतिन शर्मा, कुलदीप कुमार शर्मा, प्रेम चंद आजाद, सविंदर सिंह शिंदा, सुखचैन सिंह, भवानी फेर आदि मौजूद थे।

Aug 7, 2025 - 11:22
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पंजाब मुलाजिम और पैंशनर्स सांझा फ्रट ने डीसी दफ्तर के समक्ष फूंका मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का पुतला
पंजाब मुलाजिम और पैंशनर्स सांझा फ्रंट की ओर से अपनी मांगों को लेकर डीसी दफ्तर के सामने रोष रैली की और पंजाब के मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री का पुतला फूंका गया। जिला कन्वीनर गुरदीप सिंह बाजवा, अश्वनी अवस्थी, सुखदेव सिंह पन्नू, जोगिंदर सिंह, बलदेव सिंह लुहारका और बोबिंदर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित इस रोष रैली के दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। रोष रैली को जर्मनजीत सिंह छज्जलवडी ने बताया कि मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री बार-बार मीटिंगें करके मुकर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि पुरानी पैंशन बहाल की जाए। सभी वर्गों के कच्चे मुलाजिम पक्के किए जाएं। 31 दिसंबर 2015 से पहले रिटायर सातियों की पैंशन 2.59 के हिसाब से संशोधन की जाए, 66 महीनों के एरियर का बकाया रकम एकमुश्त दी जाए। महंगाई भत्ते की पिछली किश्ते और 13/-डीए सेंटर सरकार की तर्ज पर दिया जाए, 200 रुपए जजिया टैक्स बंद किया जाए और पांचवें पे कमिशन का दूसर भाग लागू किया जाए, ग्रामीण भत्ता सहित सारे भत्ते बहाल किए जाएं। वक्ताओं ने सरकार को अपील की कि फ्रंट से मीटिंग करके मुलाजिम और पैंशनरों की मांगों का हल किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी मांगों की तरफ अगर कोई ध्यान नहीं दिया तो 29 अगस्त को लुधियाना में मीटिंग करके अगले संघर्ष का ऐलान किया जाएगा। इस अवसर पर बलकार सिंह वल्टोहा, नरिंदर प्रधान, मदन लाल मनन, चरन सिंह, कर्म सिंह, बलदेव राज शर्मा, दविंदर सिंह, सुच्चा सिंह टरपई, गुरबिंदर सिंह खैहरा, जसवंत राय, सुखदेव राज कालिया, मंगल सिंह टांडा, मनजीत सिंह बासरके, राजेश पराशर, शिव नारायण, करतार सिंह एमए, सुखजिंदर सिंह रियाड़, कर्मजीत सिंह केपी, बलविंदर सिंह, जतिन शर्मा, कुलदीप कुमार शर्मा, प्रेम चंद आजाद, सविंदर सिंह शिंदा, सुखचैन सिंह, भवानी फेर आदि मौजूद थे।

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