बरेली पुलिस ने 296 मोबाइल किए बरामद:55 लाख रुपये कीमत के मोबाइल असली मालिकों को लौटाए, लोगों के चेहरे पर लौटी मुस्कान
बरेली पुलिस ने एक बार फिर तकनीक और मेहनत के सहारे बड़ी कामयाबी हासिल की है। बीते दो महीनों में जिलेभर से गुम हुए सैकड़ों मोबाइलों को ट्रेस कर पुलिस ने उन्हें असली मालिकों तक पहुंचाया है। बरामद मोबाइलों की कुल संख्या 296 है, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 55 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ लोगों की खोई हुई उम्मीद वापस लौटी, बल्कि पुलिस पर जनता का भरोसा भी और मजबूत हुआ। पुलिस लाइन में लौटाए गए मोबाइल पुलिस लाइन स्थित रविंद्रालय सभागार में एसपी ट्रैफिक मुहम्मद अकमल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सभी बरामद मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे। अपने गुम हुए फोन को वापस पाकर लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे। कई लोगों ने इसे किसी चमत्कार से कम नहीं बताया। पर्ची लगाकर लौटाए गए मोबाइल सभागार में एक बड़ी टेबल पर सभी मोबाइल फोन करीने से सजाए गए थे। हर मोबाइल पर मालिक का नाम लिखी पर्ची लगाई गई थी। एक-एक कर लोगों को बुलाकर उनका मोबाइल सौंपा गया। एक मजदूरी करने वाले शख्स ने बताया, “मैंने बड़ी मुश्किल से पैसे जोड़कर अपने बेटे को पढ़ाई के लिए मोबाइल दिलाया था। वो बाजार गया तो मोबाइल गुम हो गया। पुलिस में रिपोर्ट की और एक महीने में मोबाइल वापस मिल गया। हम दूसरा मोबाइल खरीद भी नहीं सकते थे। पुलिस का बहुत-बहुत शुक्रिया।” तकनीकी विश्लेषण और पोर्टल की मदद से मिली सफलता मोबाइल की बरामदगी सीईआईआर पोर्टल, तकनीकी विश्लेषण और पुलिस कर्मियों की मेहनत से संभव हो सकी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, टेक्नोलॉजी और टीमवर्क के दम पर यह ऑपरेशन पूरी सफलता के साथ पूरा हुआ। उत्कृष्ट कार्य पर 10 पुलिसकर्मी सम्मानित इस अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 10 पुलिसकर्मियों को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में प्रेमनगर थाना के कांस्टेबल कृष्णकांत, कैंट थाना के कंप्यूटर ऑपरेटर अजय कुमार, सुभाषनगर के संदीप, सीबीगंज के सोहेल खां, विशारतगंज के शिवप्रसाद, भमौरा के नाजिम हुसैन, भुता के निशांत शुक्ला, शेरगढ़ के मयूर, नवाबगंज के प्रीतम सिंह और क्योलड़िया थाना की महिला कांस्टेबल अंजुम परवीन शामिल हैं।

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