बीडा CEO बनाए गए झांसी कमिश्नर का नया प्लान:5 ओएसडी को सौंपी 33 गांव की जिम्मेदारी, अब गांव के सचिवालय पर लगेगी पंचायत

झांसी में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के लिए जमीन देने वाले 33 गांव के किसानों की छोटी-मोटी समस्या अब गांव में ही दूर हो जाएंगी। गांव के सचिवालय पर ही पंचायत लगाई जाएगी। जिसमें अफसर समस्याओं का समाधान करेंगे। साथ ही बीडा के लिए जमीन क्रय करने का सहमति पत्र भी प्राप्त करेंगे। यह नया प्लान बीडा के सीईओ बनाए गए झांसी कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने तैयार किया है। उन्होंने बीडा के 5 ओएसडी को 33 गांव बांट दिए है। साथ ही हर गांव में एक लेखपाल की तैनाती कर दी है। ताकि जमीन क्रय का काम जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। 20 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहण नोएडा की तर्ज पर 47 साल बाद झांसी में बीडा आकार ले रहा है। सरकार का यह ड्रीम प्राेजेक्ट है। औद्योगिक शहर 33 गांवों की 56 हजार एकड़ से अधिक जमीन पर विकसित किया जाना है। अभी इन जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। अब तक 20 हजार एकड़ से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। बीडा में किसानों की सहमति के आधार पर जमीन ली जा रही है, जिसके लिए किसानों से पहले सहमति पत्र लिया जाता है। इस कार्य के लिए कर्मचारी लगाए गए थे, लेकिन वह अक्सर गांव नहीं पहुँचते थे, जिससे किसानों को अफसरों के चक्कर काटने पड़ते थे। मगर कमिश्नर एवं बीडा सीईओ बिमल कुमार दुबे ने इस व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। 5 एसडीएम को जिम्मेदारी दी सीईओ ने एसडीएम रैंक के 5 ओएसडी के बीच 33 गांवों का विभाजन कर दिया है। इनके अलावा प्रत्येक गांव में 1-1 लेखपाल की तैनाती भी कर दी है। गांव के पंचायत सचिव व सहायक की भी ड्यूटि लगाई गई है। प्रत्येक गांव के सचिवालय में लेखपाल व ग्राम पंचायत सचिव दिनभर बैठेंगे और किसानों की समस्याएं दूर करने के साथ किसानों से सहमति पत्र भी प्राप्त करेंगे। गांव में पढ़ी जाएंगी खतौनी बीडा के लिए चल रही जमीन खरीद की प्रक्रिया में अब तेजी आ सकेगी। बीडा के 33 गांवों में अविविवादित विरासत के मामलों का मौके पर ही निस्तारण कराया जाएगा। इसके लिए टीम का गठन किया गया है, जो गांव में जाकर सार्वजनिक रूप से खतौनी पढ़ेगी और शिकायतों व समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाएगा। प्रथम चरण में 6 गांव चिह्नित किए गए हैं, जहां मंगलवार को खतौनी पढ़ी जाएगी। 12 अगस्त को ग्राम कलौथरा, डगरवाहा, बाजना, बछौनी, गागौनी, बरुआपुरा में विशेष शिविर आयोजित कर अविवादित विरासत से सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों का निस्तारण कर खतौनी अपडेट की जाएगी।

Aug 8, 2025 - 06:57
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बीडा CEO बनाए गए झांसी कमिश्नर का नया प्लान:5 ओएसडी को सौंपी 33 गांव की जिम्मेदारी, अब गांव के सचिवालय पर लगेगी पंचायत
झांसी में बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) के लिए जमीन देने वाले 33 गांव के किसानों की छोटी-मोटी समस्या अब गांव में ही दूर हो जाएंगी। गांव के सचिवालय पर ही पंचायत लगाई जाएगी। जिसमें अफसर समस्याओं का समाधान करेंगे। साथ ही बीडा के लिए जमीन क्रय करने का सहमति पत्र भी प्राप्त करेंगे। यह नया प्लान बीडा के सीईओ बनाए गए झांसी कमिश्नर बिमल कुमार दुबे ने तैयार किया है। उन्होंने बीडा के 5 ओएसडी को 33 गांव बांट दिए है। साथ ही हर गांव में एक लेखपाल की तैनाती कर दी है। ताकि जमीन क्रय का काम जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। 20 हजार एकड़ जमीन अधिग्रहण नोएडा की तर्ज पर 47 साल बाद झांसी में बीडा आकार ले रहा है। सरकार का यह ड्रीम प्राेजेक्ट है। औद्योगिक शहर 33 गांवों की 56 हजार एकड़ से अधिक जमीन पर विकसित किया जाना है। अभी इन जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। अब तक 20 हजार एकड़ से अधिक जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है। बीडा में किसानों की सहमति के आधार पर जमीन ली जा रही है, जिसके लिए किसानों से पहले सहमति पत्र लिया जाता है। इस कार्य के लिए कर्मचारी लगाए गए थे, लेकिन वह अक्सर गांव नहीं पहुँचते थे, जिससे किसानों को अफसरों के चक्कर काटने पड़ते थे। मगर कमिश्नर एवं बीडा सीईओ बिमल कुमार दुबे ने इस व्यवस्था में बदलाव कर दिया है। 5 एसडीएम को जिम्मेदारी दी सीईओ ने एसडीएम रैंक के 5 ओएसडी के बीच 33 गांवों का विभाजन कर दिया है। इनके अलावा प्रत्येक गांव में 1-1 लेखपाल की तैनाती भी कर दी है। गांव के पंचायत सचिव व सहायक की भी ड्यूटि लगाई गई है। प्रत्येक गांव के सचिवालय में लेखपाल व ग्राम पंचायत सचिव दिनभर बैठेंगे और किसानों की समस्याएं दूर करने के साथ किसानों से सहमति पत्र भी प्राप्त करेंगे। गांव में पढ़ी जाएंगी खतौनी बीडा के लिए चल रही जमीन खरीद की प्रक्रिया में अब तेजी आ सकेगी। बीडा के 33 गांवों में अविविवादित विरासत के मामलों का मौके पर ही निस्तारण कराया जाएगा। इसके लिए टीम का गठन किया गया है, जो गांव में जाकर सार्वजनिक रूप से खतौनी पढ़ेगी और शिकायतों व समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाएगा। प्रथम चरण में 6 गांव चिह्नित किए गए हैं, जहां मंगलवार को खतौनी पढ़ी जाएगी। 12 अगस्त को ग्राम कलौथरा, डगरवाहा, बाजना, बछौनी, गागौनी, बरुआपुरा में विशेष शिविर आयोजित कर अविवादित विरासत से सम्बन्धित लम्बित प्रकरणों का निस्तारण कर खतौनी अपडेट की जाएगी।

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