नशे में धुत युवक ने भांजे की गर्दन दबाई:पिता की फटकार पर धारदार हथियार से खुद का पेट काटा, जिला अस्पताल रेफर

उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के बेरिया गाढ़ा गांव में रविवार रात एक पारिवारिक विवाद गंभीर हो गया। नशे में धुत अरविंद ने अपने तीन साल के भांजे की गर्दन दबा दी। इस पर बच्चे के पिता सुरेश ने उसे फटकार लगाई। पिता की डांट से अपमानित महसूस कर अरविंद गुस्से में आ गया। उसने घर से एक धारदार हथियार उठाया और अपने शरीर पर वार करना शुरू कर दिया। उसने अपने हाथ, पेट और शरीर के कई हिस्सों पर गहरे कट लगा लिए। घर में मौजूद परिजनों ने किसी तरह उससे हथियार छीन लिया। लेकिन तब तक वह खून से लथपथ हो चुका था। गंभीर हालत में परिजन घायल अरविंद को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांगरमऊ ले गए। वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसकी नाजुक हालत देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना के बाद अस्पताल में भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। घायल अरविंद अस्पताल में घंटों हंगामा करता रहा। इससे डॉक्टरों के लिए उसका इलाज करना मुश्किल हो गया। कई बार वह पट्टी बंधवाने से भी इंकार करता रहा। अंततः सीएचसी में मौजूद लोगों और कर्मचारियों ने मिलकर उसे काबू में किया। कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक परिजनों ने कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि अगर शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

Aug 11, 2025 - 00:20
 0
नशे में धुत युवक ने भांजे की गर्दन दबाई:पिता की फटकार पर धारदार हथियार से खुद का पेट काटा, जिला अस्पताल रेफर
उन्नाव के बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र के बेरिया गाढ़ा गांव में रविवार रात एक पारिवारिक विवाद गंभीर हो गया। नशे में धुत अरविंद ने अपने तीन साल के भांजे की गर्दन दबा दी। इस पर बच्चे के पिता सुरेश ने उसे फटकार लगाई। पिता की डांट से अपमानित महसूस कर अरविंद गुस्से में आ गया। उसने घर से एक धारदार हथियार उठाया और अपने शरीर पर वार करना शुरू कर दिया। उसने अपने हाथ, पेट और शरीर के कई हिस्सों पर गहरे कट लगा लिए। घर में मौजूद परिजनों ने किसी तरह उससे हथियार छीन लिया। लेकिन तब तक वह खून से लथपथ हो चुका था। गंभीर हालत में परिजन घायल अरविंद को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बांगरमऊ ले गए। वहां मौजूद डॉक्टरों ने उसकी नाजुक हालत देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना के बाद अस्पताल में भी अफरा-तफरी का माहौल रहा। घायल अरविंद अस्पताल में घंटों हंगामा करता रहा। इससे डॉक्टरों के लिए उसका इलाज करना मुश्किल हो गया। कई बार वह पट्टी बंधवाने से भी इंकार करता रहा। अंततः सीएचसी में मौजूद लोगों और कर्मचारियों ने मिलकर उसे काबू में किया। कोतवाली प्रभारी चंद्रकांत सिंह ने बताया कि इस मामले में अभी तक परिजनों ने कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि अगर शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow

Suraj Singh Welcome to My Profile