प्रयागराज में 5 दोस्त गंगा में डूबे, 3 की मौत:बाढ़ के बीच नहाने गए थे, गहरे पानी में समाए; 2 को बचाया गया
प्रयागराज में 5 दोस्त गंगा नदी में डूब गए। चीख-पुकार सुनकर गोताखोरों ने नदी में छलांग लगाई। 2 बच्चों को बचाया, जबकि 3 गहरे पानी में समा गए। डूबने से उनकी मौत हो गई। सूचना मिलते ही जल पुलिस और एनडीआरएफ मौके पर पहुंची। करीब 1 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन में तीनों के शव बरामद किए। मरने वालों में दो चचेरे भाई हैं। घटना गंगापार के थरवई थाना क्षेत्र के मनसैता की है। पांचों गंगा में नहाने गए थे। पहले देखिए 2 तस्वीरें... थरवई के मनसैता में भीम कुंडा मंदिर के पीछे फाफामऊ में गंगा नदी की बाढ़ है। इसमें राजन पाल (14), लकी पाल (15), उत्कर्ष पाल (16), शिवम पाल (14) और अमन पाल (8) नहाने गए थे। नहाते समय पांचों दोस्त अचानक गंगा में डूबने लगे। उनका शोर सुनकर गंगा किनारे मौजूद गोताखोर और नाविकों ने नदी में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने बहमलपुर निवासी शिवम पाल और अमन पाल को बाहर निकाला। घटना की सूचना मिलते ही एनडीआरएफ और जल पुलिस मौके पर पहुंची। 3 टीमों में बंटकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। करीब 1 घंटे की तलाश के बाद गांव मनसैता निवासी राजन उर्फ शशांक पाल, गांव पूरनतारा निवासी लकी पाल और गांव बहमलपुर निवासी उत्कर्ष पाल का शव बरामद किया गया। घटना की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। मौके पर चीख-पुकार मच गई। ग्रामीणों की भी भारी भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। राजन और उत्कर्ष आपस में चचेरे भाई हैं। जबकि लकी उनका क्लास मेट है। वहीं राजन उर्फ़ शशांक के पिता मनोज बोर्ड ऑफिस में बाबू हैं। मौके पर एसडीएम सोरांव, एसीपी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिवार के घर पहुंचे। राजन पाल अपने घर में तीसरे नंबर का बेटा है। उसके पिता मनोज कुमार पाल यूपी बोर्ड में क्लर्क हैं। शशांक उर्फ राजन पाल नवमी का छात्र था। पिता ने बताया कि बाहमालपुर का रहने वाला उत्कर्ष उनके घर आया था। वह मेरे बेटे को बुलाकर ले गया। इसके बाद उसके नदी में डूबने की खबर आई। खबर अपडेट हो रही है....

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