मथुरा में डिप्टी कमिश्नर पर महिला से शोषण का आरोप:समिति के 6 अफसरों समेत सभी 7 सस्पेंड, महिला कर्मी ने लगाए थे गंभीर आरोप

मथुरा में राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर पर महिला सहकर्मी ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। खास बात ये है कि इस मामले की जांच कर रही विभागीय समिति खुद ही सवालों के घेरे में आ गई। जांच में लापरवाही बरतने और आरोपी को बचाने की कोशिश के आरोप में समिति के सभी 6 सदस्य भी निलंबित कर दिए गए हैं। यह मामला राज्य कर विभाग के खंड-1 कार्यालय मथुरा का है। यहां तैनात डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी पर एक महिला कर्मचारी ने यौन उत्पीड़न और कई बार अनुचित व्यवहार करने के आरोप लगाए थे। महिला ने विभागीय स्तर पर इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद इस मामले की जांच के लिए आंतरिक परिवाद समिति (विशाखा समिति) गठित की गई थी। मामले की निष्पक्षता पर उठे सवाल जांच के दौरान कमलेश त्रिपाठी के खिलाफ प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही जांच के दौरान जो बात सबसे ज्यादा चौंकाने वाली सामने आई, वह यह थी कि जांच समिति के छह अधिकारियों ने जानबूझकर डिप्टी कमिश्नर को बचाने की कोशिश की। इससे मामले की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे। आंतरिक परिवाद समिति को दी जांच महिला कर्मी द्वारा शिकायत करने पर इसकी जांच आंतरिक परिवाद समिति को दी गई। जिसमें 6 सदस्य निर्धारित किए गए। इसमें सहायक आयुक्त सचल दल इकाई 2 मथुरा कोमल छाबड़ा,उपयुक्त विशेष अनुसंधान शाखा मथुरा प्रतिभा,सहायक आयुक्त राज्य कर खंड 2 मथुरा पूजा गौतम, उपायुक्त राज्य कर खंड 5 मथुरा संजीव कुमार,राज्य कर अधिकारी खंड 3 मथुरा सुनीता देवी और उपायुक्त खंड 3 मथुरा वीरेंद्र कुमार को रखा गया था। जांच समिति ने किया था बचाने का प्रयास महिला के आरोपों की जांच के लिए बनाई गई आंतरिक परिवाद समिति (विशाखा) के सदस्यों ने जांच के दौरान आरोपी अधिकारी डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी को बचाने का प्रयास किया और अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। जिसके बाद डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी के अलावा जांच समिति में शामिल सभी 6 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। विशेष सचिव करेंगी जांच डिप्टी कमिश्नर और जांच समिति सदस्यों को निलंबित कर देने के बाद अब जांच विशेष सचिव राज्य कर विभाग कृतिका ज्योत्सना को जांच अधिकारी बनाया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद मथुरा के राज्य कर विभाग में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहा है। वहीं आरोपी डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली के अंतर्गत निलंबित करके संयुक्त आयुक्त बांदा कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

Aug 6, 2025 - 14:46
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मथुरा में डिप्टी कमिश्नर पर महिला से शोषण का आरोप:समिति के 6 अफसरों समेत सभी 7 सस्पेंड, महिला कर्मी ने लगाए थे गंभीर आरोप
मथुरा में राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर पर महिला सहकर्मी ने यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं। जांच में आरोपों की पुष्टि होने के बाद अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। खास बात ये है कि इस मामले की जांच कर रही विभागीय समिति खुद ही सवालों के घेरे में आ गई। जांच में लापरवाही बरतने और आरोपी को बचाने की कोशिश के आरोप में समिति के सभी 6 सदस्य भी निलंबित कर दिए गए हैं। यह मामला राज्य कर विभाग के खंड-1 कार्यालय मथुरा का है। यहां तैनात डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी पर एक महिला कर्मचारी ने यौन उत्पीड़न और कई बार अनुचित व्यवहार करने के आरोप लगाए थे। महिला ने विभागीय स्तर पर इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद इस मामले की जांच के लिए आंतरिक परिवाद समिति (विशाखा समिति) गठित की गई थी। मामले की निष्पक्षता पर उठे सवाल जांच के दौरान कमलेश त्रिपाठी के खिलाफ प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए गए, जिसके बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही जांच के दौरान जो बात सबसे ज्यादा चौंकाने वाली सामने आई, वह यह थी कि जांच समिति के छह अधिकारियों ने जानबूझकर डिप्टी कमिश्नर को बचाने की कोशिश की। इससे मामले की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे। आंतरिक परिवाद समिति को दी जांच महिला कर्मी द्वारा शिकायत करने पर इसकी जांच आंतरिक परिवाद समिति को दी गई। जिसमें 6 सदस्य निर्धारित किए गए। इसमें सहायक आयुक्त सचल दल इकाई 2 मथुरा कोमल छाबड़ा,उपयुक्त विशेष अनुसंधान शाखा मथुरा प्रतिभा,सहायक आयुक्त राज्य कर खंड 2 मथुरा पूजा गौतम, उपायुक्त राज्य कर खंड 5 मथुरा संजीव कुमार,राज्य कर अधिकारी खंड 3 मथुरा सुनीता देवी और उपायुक्त खंड 3 मथुरा वीरेंद्र कुमार को रखा गया था। जांच समिति ने किया था बचाने का प्रयास महिला के आरोपों की जांच के लिए बनाई गई आंतरिक परिवाद समिति (विशाखा) के सदस्यों ने जांच के दौरान आरोपी अधिकारी डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी को बचाने का प्रयास किया और अपनी जिम्मेदारी का पालन नहीं किया। जिसके बाद डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी के अलावा जांच समिति में शामिल सभी 6 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। विशेष सचिव करेंगी जांच डिप्टी कमिश्नर और जांच समिति सदस्यों को निलंबित कर देने के बाद अब जांच विशेष सचिव राज्य कर विभाग कृतिका ज्योत्सना को जांच अधिकारी बनाया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद मथुरा के राज्य कर विभाग में सन्नाटा पसरा हुआ है। यहां कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहा है। वहीं आरोपी डिप्टी कमिश्नर कमलेश त्रिपाठी को उत्तर प्रदेश सरकारी सेवक अनुशासन एवं अपील नियमावली के अंतर्गत निलंबित करके संयुक्त आयुक्त बांदा कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

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