अहमदाबाद प्लेन क्रैश के 60 पीड़ित परिवार जाएंगे US कोर्ट:टॉप एविएशन वकील को किया हायर, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर मांगा
अहमदाबाद प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाले मृतकों के 60 परिवारों ने बोइंग कंपनी के खिलाफ कोर्ट में जाने का फैसला किया है। इन परिवारों ने दुर्घटनाग्रस्त विमान की निर्माता कंपनी बोइंग के खिलाफ एक अमेरिकी कोर्ट में मुकदमा दायर करने की तैयारी कर ली है। इसके लिए उन्होंने अमेरिकी विशेषज्ञ वकील माइक एंड्रयूज को भी हायर कर लिया है। इन परिवारों ने दुर्घटना की जांच पर सवाल उठाए हैं। परिवार की मांग है कि उन्हें कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का कच्चा डेटा दिया जाए, ताकि वे स्वतंत्र जांच करवा सकें। अमेरिकी वकील माइक एंड्रयूज, गंभीर चोट और अप्राकृतिक मृत्यु के मामलों के विशेषज्ञ हैं। इससे पहले वे फोर्ड और वोक्सवैगन समेत कई विमान, ट्रक और कार बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ भी कई केस लड़ चुके हैं। हादसे में 270 लोगों की जान गई 12 जून को दोपहर 1.38 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान 171 (बोइंग 787 ड्रीमलाइनर) मेघाणीनगर में आईजीपी कंपाउंड में क्रैश हो गया था। विमान में 12 क्रू मेंबर समेत 242 लोग सवार थे। 230 यात्रियों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। हादसे में रमेश विश्वास नाम का एक व्यक्ति चमत्कारिक रूप से बच गया। जबकि 241 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा, डॉक्टर्स हॉस्टल अतुलयम, जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, के एक इंटर्न डॉक्टर, कर्मचारी और स्थानीय लोग मारे गए। इस तरह कुल मृतकों की संख्या 270 हो गई। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया है। ------------------------------------- आशंका है कि दुर्घटना की निष्पक्ष जांच नहीं होगी: तृप्ति सोनी विमान हादसे में अहमदाबाद के सोनी परिवार के तीन सदस्यों की भी मौत हुई थी। परिवार की सदस्य तृप्ति सोनी ने दिव्य भास्कर से कहा कि पीड़ित परिवारों को भी जांच में शामिल किया जाना चाहिए। हम सबने मिलकर इस लॉ फर्म के साथ काम करने का फैसला किया है। उन्होंने आगे कहा- ऐसा लग रहा है कि विमान दुर्घटना की जांच बहुत सु्स्ती से चल रही है। अब तक जो रिपोर्ट जारी की गई है, वह सवालों के जवाब देने के बजाय और नए सवाल खड़े करती है। इसके अलावा बहुत ही चुनिंदा बातें ही जारी की गई हैं, जिससे जांच प्रभावित होने की ज्यादा संभावना लग रही है। एयर इंडिया और बोइंग कंपनी का इसमें बहुत बड़ा आर्थिक हित है। हमें डर है कि विमान दुर्घटना की निष्पक्ष जांच नहीं होगी। फ्लाइट डेटा उपलब्ध कराने की मांग तृप्ति ने आगे कहा कि मेरी व्यक्तिगत मांग है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर का रॉ डेटा भी पीड़ित परिवार को जांच के लिए उपलब्ध कराया जाए। ताकि हम एक स्वतंत्र जांच करवा सकें। क्योंकि रॉ डेटा की डिटेल से छेड़छाड़ की संभावना है। इसीलिए हम इसकी जांच अलग से कराना चाहते हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में पायलटों से सवाल किए गए थे कुछ दिन पहले, अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने बताया था कि दोनों पायलटों के बीच हुई बातचीत की कॉकपिट रिकॉर्डिंग से यह बात सामने आई है। वॉइस रिकॉर्डिंग से पता चला है कि बोइंग विमान उड़ा रहे को-पायलट क्लाइव कुंदर ने कैप्टन सुमित सभरवाल से पूछा था- आपने फ्यूल स्विच को 'कटऑफ' पोजिशन में क्यों रखा? सह-पायलट सवाल पूछते हुए हैरान था। वह डरा हुआ था, जबकि कैप्टन सुमित शांत दिख रहे थे। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के बाद, विमानन विशेषज्ञ संजय लाजर ने जांच रिपोर्ट के लीक होने पर चिंता जताई। उन्होंने कहा- यह आश्चर्यजनक है कि अमेरिकी मीडिया के पास भारतीय संसद और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से ज्यादा जानकारी है। यह रिपोर्ट भारत में पूर्ण पारदर्शिता पर सवाल उठाती है। प्रधानमंत्री को इस मामले की जांच किसी वर्तमान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से करवानी चाहिए। एयर इंडिया ने कहा- फ्यूल स्विच में कोई खराबी नहीं थी एयरलाइन कंपनी ने अपने पायलटों को भेजे संदेश में कहा था कि उसके सभी बोइंग-787 सीरीज के प्लेन के फ्यूल कंट्रोल स्विच (एफसीएस) के लॉकिंग फीचर की जांच पूरी हो गई है। जांच के दौरान ईंधन स्विच में कोई खराबी नहीं पाई गई। इंजन बंद होने से हुआ हादसा: AAIB अहमदाबाद विमान दुर्घटना के एक महीने बाद प्रारंभिक जांच रिपोर्ट आई। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को 15 पन्नों की रिपोर्ट जारी की। प्रारंभिक जांच के अनुसार, दुर्घटना विमान के दोनों इंजन बंद होने के कारण हुई। उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद दोनों इंजन एक के बाद एक बंद हो गए। इस दौरान, कॉकपिट रिकॉर्डिंग में एक पायलट दूसरे से पूछता हुआ दिखाई देता है- क्या तुमने इंजन बंद कर दिए हैं? दूसरे ने जवाब दिया- नहीं! इसके बाद अमेरिकी मीडिया आउटलेट द न्यूयॉर्क टाइम्स ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा कि रिपोर्ट में शामिल सभी मुद्दे विमान में तकनीकी खराबी और पायलट की लापरवाही की ओर इशारा करते हैं। ईंधन स्विच कैसे बंद हुए, पता नहीं: AAIB रिपोर्ट रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान के दोनों इंजनों के ईंधन स्विच बंद हो गए थे, जिसके बाद पायलटों ने उन्हें चालू किया और दोनों इंजनों को फिर से चालू करने की कोशिश की। लेकिन विमान बहुत कम ऊंचाई पर था। इसलिए इंजनों को दोबारा चालू होने का समय नहीं मिला और प्लेन क्रैश हो गया। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि फ्यूल स्विच ऑफ कैसे हुए। 15 पन्नों की रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरने से लेकर दुर्घटना तक पूरी उड़ान केवल 30 सेकंड की थी। रिपोर्ट में अब तक बोइंग 787-8 विमान और GE GEnx-1B इंजन के संबंध में किसी भी ऑपरेटर को कोई चेतावनी या कार्रवाई करने की सिफारिश नहीं की गई है। रिपोर्ट में मौसम, पक्षियों के टकराने और तोड़फोड़ जैसे किसी भी कारण का जिक्र नहीं है। इंजनों को ईंधन मिलना बंद हो गया था रिपोर्ट में बताया गया है कि उड़ान भरने के कुछ ही सेकंड बाद, दोनों इंजन हवा में ही रुक गए थे। ईंधन कट-ऑफ स्विच सि

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