शिमला में बादल फटा, ऑफिस की छत पर गिरा पेड़:चंडीगढ़ हाईवे 40 घंटे बाद बहाल; खतरा बरकरार, अब तक 199 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बुधवार रात 10 बजे बादल फट गया। इससे रामपुर के दरशाल नाले में बाढ़ आ गई। जिस वजह से तकलेच बाजार में रातभर अफरा-तफरी मची रही। बाजार में लोगों को रात में ही सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया। यह घटना रामपुर के दरशाल क्षेत्र में हुई। नाले में बादल फटने से जान व माल दोनों का नुकसान नहीं हुआ। वहीं आज सुबह शिमला में यूएस क्लब के पास एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की बिल्डिंग पर देवदार का बड़ा पेड़ गिर गया। इससे भवन की छत को काफी नुकसान पहुंचा है। अच्छी बात यह रही कि सुबह के वक्त दफ्तर में कोई मौजूद नहीं था। पेड़ गिरने से दफ्तर के बाहर पार्क एक गाड़ी को भी हल्का नुकसान पहुंचा है। बीते 24 घंटे के दौरान नयना देवी में सबसे ज्यादा 92.6 मिलीमीटर बारिश हुई। रायपुर मैदान में 81.6 मिलीमीटर, पच्छाद 75.1, कांगड़ा 62.5, धर्मशाला 42.5, नादौन 32.6, कसौली 32.5, नंगल डैम में 26.2 मिलीमीटर बारिश हुई। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन 40 घंटे बाद बहाल भारी बारिश से चंडीगढ़-मनाली फोरलेन लगभग 40 घंटे बाद बहाल हो गया है। दवाड़ा के बाद झलोगी के पास बीती रात को फिर से भारी लैंडस्लाइड हुआ। इससे हाईवे दोनों जगह बंद हो गया था। दोपहर 12 बजे दोनों जगह हाईवे को बहाल कर दिया गया है। हालांकि मौके पर अभी भी पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। दवाड़ा में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने से फोरलेन के फ्लाईओवर ब्रिज को भी नुकसान हुआ है। वहीं हाईवे बंद रहने से आज दोपहर 12 बजे तक सैकड़ों वाहन सड़क किनारे फंसे रहे। खाने-पीने के लिए आसपास होटल-ढाबों की भी व्यवस्था नहीं थी। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से लोकल लोगों ने सड़क किनारे फंसे लोगों के लिए लंगर दिया। कोल-डैम से फिर छोड़ा पानी पहाड़ों पर भारी बारिश से सतलुज नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे बिलासपुर में सतलुज नदी पर बने कोल-डैम से 24 घंटे के भीतर तीसरी बार पानी छोड़ा। कोल-डैम प्रबंधन ने आज (गुरुवार) सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया था। इससे सतलुज का जल स्तर 4 से 5 मीटर बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए पंजाब के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। बुधवार को भी सुबह और शाम के वक्त 2 बार पानी छोड़ा गया था। 10-11 को फिर भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, मानसून आज से थोड़ा कमजोर जरूर पड़ेगा। आज सिरमौर और सोलन जिला में बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। मगर 10 और 11 अगस्त को फिर से भारी बारिश का अलर्ट दिया गया है। वहीं, शुक्रवार के लिए कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर, परसों यानी 9 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा व मंडी जिला में बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। मानसून में अब तक 199 लोगों की मौत प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 199 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 32 लोगों की जान बादल फटने, बाढ़ और फ्लैश फ्लड से गई है। वहीं 36 लोग लापता है। 1905 करोड़ की संपत्ति नष्ट प्रदेश में भारी बारिश से 1905 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान हो चुका है। राज्य में अब तक लैंडस्लाइड की 51 घटनाएं, फ्लैश फ्लड की 58 और बादल फटने की 28 घटनाएं पेश आ चुकी है। इससे 467 घर पूरी तरह जमींदोज, 1319 घरों को आंशिक नुकसान, 27325 पालतू मवेशी (गाय, भेंस, भेड़-बकरी, घोड़ा व मुर्गे), 298 दुकानें और 1690 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई है।

Aug 8, 2025 - 06:57
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शिमला में बादल फटा, ऑफिस की छत पर गिरा पेड़:चंडीगढ़ हाईवे 40 घंटे बाद बहाल; खतरा बरकरार, अब तक 199 लोगों की मौत
हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में बुधवार रात 10 बजे बादल फट गया। इससे रामपुर के दरशाल नाले में बाढ़ आ गई। जिस वजह से तकलेच बाजार में रातभर अफरा-तफरी मची रही। बाजार में लोगों को रात में ही सुरक्षित ठिकानों पर पहुंचाया गया। यह घटना रामपुर के दरशाल क्षेत्र में हुई। नाले में बादल फटने से जान व माल दोनों का नुकसान नहीं हुआ। वहीं आज सुबह शिमला में यूएस क्लब के पास एनवायरमेंट साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की बिल्डिंग पर देवदार का बड़ा पेड़ गिर गया। इससे भवन की छत को काफी नुकसान पहुंचा है। अच्छी बात यह रही कि सुबह के वक्त दफ्तर में कोई मौजूद नहीं था। पेड़ गिरने से दफ्तर के बाहर पार्क एक गाड़ी को भी हल्का नुकसान पहुंचा है। बीते 24 घंटे के दौरान नयना देवी में सबसे ज्यादा 92.6 मिलीमीटर बारिश हुई। रायपुर मैदान में 81.6 मिलीमीटर, पच्छाद 75.1, कांगड़ा 62.5, धर्मशाला 42.5, नादौन 32.6, कसौली 32.5, नंगल डैम में 26.2 मिलीमीटर बारिश हुई। चंडीगढ़-मनाली फोरलेन 40 घंटे बाद बहाल भारी बारिश से चंडीगढ़-मनाली फोरलेन लगभग 40 घंटे बाद बहाल हो गया है। दवाड़ा के बाद झलोगी के पास बीती रात को फिर से भारी लैंडस्लाइड हुआ। इससे हाईवे दोनों जगह बंद हो गया था। दोपहर 12 बजे दोनों जगह हाईवे को बहाल कर दिया गया है। हालांकि मौके पर अभी भी पहाड़ी से पत्थर गिरने का खतरा बना हुआ है। दवाड़ा में पहाड़ी से बड़ी-बड़ी चट्टानें गिरने से फोरलेन के फ्लाईओवर ब्रिज को भी नुकसान हुआ है। वहीं हाईवे बंद रहने से आज दोपहर 12 बजे तक सैकड़ों वाहन सड़क किनारे फंसे रहे। खाने-पीने के लिए आसपास होटल-ढाबों की भी व्यवस्था नहीं थी। इसे देखते हुए स्थानीय प्रशासन के सहयोग से लोकल लोगों ने सड़क किनारे फंसे लोगों के लिए लंगर दिया। कोल-डैम से फिर छोड़ा पानी पहाड़ों पर भारी बारिश से सतलुज नदी का जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे बिलासपुर में सतलुज नदी पर बने कोल-डैम से 24 घंटे के भीतर तीसरी बार पानी छोड़ा। कोल-डैम प्रबंधन ने आज (गुरुवार) सुबह 7 बजकर 30 मिनट पर पानी छोड़ने का अलर्ट जारी किया था। इससे सतलुज का जल स्तर 4 से 5 मीटर बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए पंजाब के लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है। बुधवार को भी सुबह और शाम के वक्त 2 बार पानी छोड़ा गया था। 10-11 को फिर भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, मानसून आज से थोड़ा कमजोर जरूर पड़ेगा। आज सिरमौर और सोलन जिला में बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। मगर 10 और 11 अगस्त को फिर से भारी बारिश का अलर्ट दिया गया है। वहीं, शुक्रवार के लिए कांगड़ा, शिमला, सोलन और सिरमौर, परसों यानी 9 अगस्त को ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा व मंडी जिला में बारिश का यलो अलर्ट दिया गया है। मानसून में अब तक 199 लोगों की मौत प्रदेश में इस मानसून सीजन में अब तक 199 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 32 लोगों की जान बादल फटने, बाढ़ और फ्लैश फ्लड से गई है। वहीं 36 लोग लापता है। 1905 करोड़ की संपत्ति नष्ट प्रदेश में भारी बारिश से 1905 करोड़ रुपए की निजी व सरकारी संपत्ति को नुकसान हो चुका है। राज्य में अब तक लैंडस्लाइड की 51 घटनाएं, फ्लैश फ्लड की 58 और बादल फटने की 28 घटनाएं पेश आ चुकी है। इससे 467 घर पूरी तरह जमींदोज, 1319 घरों को आंशिक नुकसान, 27325 पालतू मवेशी (गाय, भेंस, भेड़-बकरी, घोड़ा व मुर्गे), 298 दुकानें और 1690 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हुई है।

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