लखनऊ में जाम फैलाने वालों पर डीएम की सख्ती:दो दिन में 88 चालान, 41 वाहन सीज: क्लार्क अवध से अर्जुनगंज तक चला बड़ा अभियान
लखनऊ में अब सड़क पर बेतरतीब पार्किंग और अवैध टैक्सी स्टैंड से जाम फैलाना भारी पड़ेगा। जिलाधिकारी विशाख जी के निर्देश पर शहर में चलाए गए दो दिवसीय विशेष संयुक्त अभियान में यातायात व्यवस्था बिगाड़ने वाले 88 वाहनों पर चालान ठोका गया, जबकि 41 वाहनों को सीज कर थाने में खड़ा कर दिया गया। घण्टा घर से अर्जुनगंज तक चला विशेष ऑपरेशन यह अभियान 3 जून और 4 जून को लखनऊ के क्लार्क अवध होटल के पीछे, घंटाघर चौक, मड़ियांव, सीतापुर रोड, पॉलिटेक्निक और अर्जुनगंज जैसे प्रमुख ट्रैफिक पॉइंट्स पर चलाया गया। यहां अवैध टैक्सी स्टैंड, अनधिकृत पार्किंग और व्यावसायिक वाहनों की मनमानी पर फोकस किया गया। डीएम के निर्देश पर गठित की गई थी 5 टीमें सिटी मजिस्ट्रेट से लेकर अपर जिलाधिकारी स्तर के अधिकारियों की अगुआई में 5 टीमों का गठन किया गया। इन टीमों में यात्रीकर अधिकारी और स्थानीय पुलिस को शामिल किया गया ताकि कार्रवाई में कोई कोताही न हो। 3 जून को 41 चालान, 27 वाहन सीज अभियान के पहले दिन 16 बसों समेत 25 अन्य व्यावसायिक वाहनों का चालान किया गया और कुल 27 गाड़ियों को सीज किया गया। ये वाहन मुख्य रूप से सवारियों को सड़क किनारे उतारने-बैठाने और ट्रैफिक बाधित करने में लिप्त पाए गए। 4 जून को और तेज हुई कार्रवाई दूसरे दिन यानी बुधवार को कुल 47 वाहनों पर चालान हुआ और 14 वाहनों को सीज किया गया। इनमें 12 बसें और 35 मोटर कैब शामिल थीं। इनमें से कई कैब ड्राइवर बार-बार चेतावनी के बावजूद ट्रैफिक बाधित करते पाए गए। क्या बोले डीएम? डीएम विशाख जी ने कहा कि “जनहित में ट्रैफिक व्यवस्था सुधारना हमारी प्राथमिकता है। शहरवासियों को राहत देने के लिए यह अभियान आगे भी इसी गंभीरता से जारी रहेगा।”

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