अबोहर की मलूकपुरा माइनर में 150 फुट कटाव:1 हजार एकड़ खेती डूबी, MLA की किसानों को मुआवजा देने की मांग

फाजिल्का जिले के अबोहर के गांव मलूकपुरा में बीती रात मलूकपुरा माइनर में 150 फुट का कटाव आ गया। इससे लगभग एक हजार एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई। सूचना मिलते ही नहरी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और नहर को बांधने का काम शुरू किया। कई घरों तक पहुंचा पानी किसान जगसीर सिंह और अन्य ने बताया कि वे कई बार नहरी बेलदार को नहर की स्थिति से अवगत करवा चुके थे, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। रात में नहर टूटने से खेतों में लगी धान की पनीरी पूरी तरह नष्ट हो गई। साथ ही करीब 200 ट्यूबवेल के बोर पानी में डूब गए। कई घरों तक भी पानी पहुंच गया। एसडीओ ने पीछे से बंद करवाई नहर नहरी विभाग के एसडीओ जसविंदर सिंह विर्क ने बताया कि रात करीब एक बजे उन्हें नहर टूटने की सूचना मिली। उन्होंने तुरंत पीछे से नहर को बंद करवा दिया। उनके अनुसार नहर के निकट जंगली सुअरों, खरगोशों और चूहों की बिलों के कारण कटाव आया है। किसानों ने नहरी विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनकी मांग है कि प्रशासन उन्हें हुए नुकसान का मुआवजा दे। विधायक ने जताई चिंता वहीं विधायक संदीप जाखड़ ने इस मामले में चिंता जताई है। जाखड़ ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में अबोहर सिस्टम में नहरों के टूटने की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। टेल एरिया में रहने वाले किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। मंत्री बरिंद्र गोयल से हस्तक्षेप की मांग विधायक ने मंत्री बरिंद्र गोयल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। पंजाब सरकार टेल एरिया के किसानों को पानी उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रही है।

Jun 1, 2025 - 01:03
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अबोहर की मलूकपुरा माइनर में 150 फुट कटाव:1 हजार एकड़ खेती डूबी, MLA की किसानों को मुआवजा देने की मांग
फाजिल्का जिले के अबोहर के गांव मलूकपुरा में बीती रात मलूकपुरा माइनर में 150 फुट का कटाव आ गया। इससे लगभग एक हजार एकड़ कृषि भूमि जलमग्न हो गई। सूचना मिलते ही नहरी विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और नहर को बांधने का काम शुरू किया। कई घरों तक पहुंचा पानी किसान जगसीर सिंह और अन्य ने बताया कि वे कई बार नहरी बेलदार को नहर की स्थिति से अवगत करवा चुके थे, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। रात में नहर टूटने से खेतों में लगी धान की पनीरी पूरी तरह नष्ट हो गई। साथ ही करीब 200 ट्यूबवेल के बोर पानी में डूब गए। कई घरों तक भी पानी पहुंच गया। एसडीओ ने पीछे से बंद करवाई नहर नहरी विभाग के एसडीओ जसविंदर सिंह विर्क ने बताया कि रात करीब एक बजे उन्हें नहर टूटने की सूचना मिली। उन्होंने तुरंत पीछे से नहर को बंद करवा दिया। उनके अनुसार नहर के निकट जंगली सुअरों, खरगोशों और चूहों की बिलों के कारण कटाव आया है। किसानों ने नहरी विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनकी मांग है कि प्रशासन उन्हें हुए नुकसान का मुआवजा दे। विधायक ने जताई चिंता वहीं विधायक संदीप जाखड़ ने इस मामले में चिंता जताई है। जाखड़ ने बताया कि पिछले कुछ महीनों में अबोहर सिस्टम में नहरों के टूटने की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसी स्थिति पहले कभी नहीं देखी गई। टेल एरिया में रहने वाले किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। मंत्री बरिंद्र गोयल से हस्तक्षेप की मांग विधायक ने मंत्री बरिंद्र गोयल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है। पंजाब सरकार टेल एरिया के किसानों को पानी उपलब्ध कराने में विफल साबित हो रही है।

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