लखनऊ में ओला-उबर ड्राइवरों की हड़ताल का छठा दिन आज:सैकड़ों गाड़ियां इको गार्डन में खड़ी,12 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर उतरे टैक्सी चालक
राजधानी लखनऊ में ओला, उबर और अन्य एग्रीगेटर कंपनियों से जुड़े टैक्सी ड्राइवरों की हड़ताल आज छठे दिन भी जारी रही। करीब हजारों की संख्या में गाड़ियां इको गार्डन में खड़ी कर ड्राइवर 12 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांग नहीं पूरी हुई तो हड़ताल जारी रखेंगे। आइए बताते हैं ड्राइवरों की प्रमुख मांगें क्या है? ड्राइवरों ने प्लेटफॉर्म कंपनियों और सरकार से अपनी परेशानियों को लेकर 12 बिंदुओं में अपनी बात रखी है, जिनमें प्रमुख मांगे हैं- • प्राइवेट वाहनों पर टैक्सी के रूप में चलने पर रोक लगाई जाए और कंपनियां सिर्फ टैक्सी रजिस्ट्रेशन वाले वाहनों को ही प्लेटफॉर्म पर लें। • ओला, उबर, रैपिडो जैसी कंपनियों के क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ में खोले जाएं, ताकि शिकायतों का निस्तारण हो सके। • न्यूनतम किराया 0-5 किमी तक ₹150 तय हो और इसके बाद ₹25 प्रति किमी चार्ज लिया जाए। • कंपनियां ऐप के ज़रिए वसूले जाने वाले प्लेटफॉर्म शुल्क को समाप्त करें। • कमीशन दर अधिकतम 10% से अधिक न हो। • कंपनियों द्वारा ड्राइवरों का दुर्घटना बीमा कराया जाए, जिससे दुर्घटना में पीड़ित परिवार को सहायता मिल सके। • ड्राइवर की मृत्यु या दुर्घटना होने पर परिवार को आर्थिक मदद दी जाए। • नए अपडेट पर रोक लगे, जिससे बार-बार ड्राइवरों को नुकसान न हो। • बिना कारण ड्राइवरों के ID ब्लॉक करना बंद किया जाए। • यात्रियों की शिकायत पर ड्राइवर को ब्लॉक न किया जाए, बल्कि कॉल सेंटर या काउंसलिंग के जरिए दोनों पक्षों की बात सुनी जाए। • प्राइवेट वाहनों को टैक्सी की तरह चलने से रोका जाए। • प्राइवेट कारों को ऑल इंडिया टूरिस्ट परमिट देकर अवैध रूप से चलने से रोका जाए। ड्राइवर बोले – प्लेटफॉर्म कंपनियों की मनमानी से टूट चुकी है कमर हड़ताल पर बैठे ‘राष्ट्रवादी ड्राइवर यूनियन शक्ति’ से जुड़े कई ड्राइवरों ने कहा कि ऐप बेस्ड कंपनियां मनमर्जी से किराया घटाती-बढ़ाती हैं, और बिना किसी सुनवाई के ड्राइवरों की ID ब्लॉक कर देती हैं। इससे उनकी आमदनी पर सीधा असर पड़ रहा है। एक प्रदर्शनकारी ड्राइवर ने बताया कि, “हम सुबह से शाम तक मेहनत करते हैं, लेकिन कंपनी इतनी कटौती करती है कि पेट्रोल का खर्च भी निकालना मुश्किल हो जाता है। ऊपर से बिना वजह ID ब्लॉक कर दी जाती है।” आंदोलन का असर शहर की टैक्सी सेवाओं पर साफ दिखा हड़ताल की वजह से पिछले कुछ दिनों से ओला-उबर की सेवाएं लखनऊ शहर में बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। खासकर चारबाग, एयरपोर्ट और हजरतगंज जैसे क्षेत्रों में यात्रियों को ऐप पर टैक्सी नहीं मिल रही है या किराया दोगुना तक दिख रहा है।

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