जिसे मरा मान जेल भेजा, वह गुजरात में जिंदा मिला:अदालत ने आरोपी को किया बरी, ट्रेन से फेंककर हत्या के मामले में फैसला
शाहजहांपुर में ट्रेन से युवक को फेंककर हत्या के आरोप में ढाई साल से जेल में बंद व्यक्ति को अदालत ने दोषमुक्त कर दिया है। दरअसल, जिस व्यक्ति की कथित हत्या का आरोप था, वह गुजरात में जीवित मिला। घटना दिसंबर 2022 की है। ट्रेन में दो युवकों के बीच विवाद हुआ था। यात्रियों ने गाजियाबाद के नरेंद्र कुमार दुबे पर एक युवक को ट्रेन से फेंकने का आरोप लगाया। बरेली में ट्रेन रुकने पर पुलिस ने यात्रियों के वीडियो और गवाही के आधार पर नरेंद्र दुबे को गिरफ्तार कर लिया। शाहजहांपुर में एक शव मिला था। सोशल मीडिया के जरिए बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी मोहम्मद याकूब ने इस शव की पहचान अपने बेटे मोहम्मद ऐताब के रूप में की। उन्होंने शाहजहांपुर में ही अंतिम संस्कार करा दिया। घटना के छह महीने बाद मोहम्मद ऐताब गुजरात से अपने घर लौटा। स्थानीय लोगों ने उसके वीडियो बनाकर पुलिस को भेजे। पुलिस ऐताब को शाहजहांपुर लाई। अदालत में पेश होने पर ऐताब ने बताया कि वह उस दिन ट्रेन में था ही नहीं, वह गुजरात में सिलाई-कढ़ाई का काम कर रहा था। इसके बाद अदालत ने नरेंद्र दुबे को दोषमुक्त कर जेल से रिहा करने के आदेश दिए। अपर सत्र न्यायाधीश पंकज कुमार श्रीवास्तव ने आदेश में लिखा- इसका मतलब यह है कि वास्तव में नरेंद्र कुमार दुबे द्वारा जिस व्यक्ति को मारपीट कर ट्रेन से बाहर फेंका है, वह कोई और है। यदि उस व्यक्ति के घर वाले नरेंद्र दुबे पर कोई मुकदमा करना चाहते हैं तो ये निर्णय उस मुकदमे में कोई बाधा नहीं होगा।

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