सोनभद्र में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट की मांग:सोनभद्र बार एसोसिएशन ने कहा- अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए कानून जरूरी

सोनभद्र में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है। डीबीए सभागार में अध्यक्ष जगजीवन सिंह की अध्यक्षता और महामंत्री प्रदीप कुमार मौर्य के संचालन में एक बैठक आयोजित की गई। इस दौरान सचिव प्रशासन अविनाश यादव का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया। बैठक में अधिवक्ताओं के हितों की सुरक्षा पर विचार-विमर्श किया गया। अध्यक्ष जगजीवन सिंह ने कहा कि वकीलों की स्वतंत्रता विधि शासन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि वकील कानून के शासन को बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जगजीवन सिंह ने चिंता जताई कि आज वकील हिंसा, उत्पीड़न और धमकियों का निशाना बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वकीलों पर व्यक्तिगत और संस्थागत रूप से हमले लगातार हो रहे हैं। इससे उनकी स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से कानून का अभ्यास करने की क्षमता खतरे में है। इसलिए अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम अविलंब लागू किया जाना आवश्यक है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि मौलिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के सम्मान के लिए कानूनी पेशे की स्वतंत्रता जरूरी है। उन्होंने बताया कि यदि अधिवक्ता स्वतंत्र, निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ रूप से काम नहीं कर पाएंगे तो न तो विधि शासन कायम रह सकता है और न ही न्याय ठीक से प्रशासित हो सकता है। इस अवसर पर राजेश कुमार यादव, राजेश कुमार मौर्य, रामजियावन यादव, पंकज यादव, टीटू गुप्ता, शाहनवाज खान, कामता प्रसाद यादव, सुनीता मौर्या, गौरव श्रीवास्तव, दसरथ यादव, अभिषेक सिंह, इंदुपाल, नवीन पांडेय, प्रदीप कुमार, याकूब आदि उपस्थित रहे।

Aug 5, 2025 - 16:38
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सोनभद्र में अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट की मांग:सोनभद्र बार एसोसिएशन ने कहा- अधिवक्ताओं की सुरक्षा के लिए कानून जरूरी
सोनभद्र में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन ने अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की है। डीबीए सभागार में अध्यक्ष जगजीवन सिंह की अध्यक्षता और महामंत्री प्रदीप कुमार मौर्य के संचालन में एक बैठक आयोजित की गई। इस दौरान सचिव प्रशासन अविनाश यादव का जन्मदिन केक काटकर मनाया गया। बैठक में अधिवक्ताओं के हितों की सुरक्षा पर विचार-विमर्श किया गया। अध्यक्ष जगजीवन सिंह ने कहा कि वकीलों की स्वतंत्रता विधि शासन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि वकील कानून के शासन को बनाए रखने और न्याय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जगजीवन सिंह ने चिंता जताई कि आज वकील हिंसा, उत्पीड़न और धमकियों का निशाना बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि वकीलों पर व्यक्तिगत और संस्थागत रूप से हमले लगातार हो रहे हैं। इससे उनकी स्वतंत्र और सुरक्षित रूप से कानून का अभ्यास करने की क्षमता खतरे में है। इसलिए अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम अविलंब लागू किया जाना आवश्यक है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन कुमार सिंह ने कहा कि मौलिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के सम्मान के लिए कानूनी पेशे की स्वतंत्रता जरूरी है। उन्होंने बताया कि यदि अधिवक्ता स्वतंत्र, निष्पक्ष और वस्तुनिष्ठ रूप से काम नहीं कर पाएंगे तो न तो विधि शासन कायम रह सकता है और न ही न्याय ठीक से प्रशासित हो सकता है। इस अवसर पर राजेश कुमार यादव, राजेश कुमार मौर्य, रामजियावन यादव, पंकज यादव, टीटू गुप्ता, शाहनवाज खान, कामता प्रसाद यादव, सुनीता मौर्या, गौरव श्रीवास्तव, दसरथ यादव, अभिषेक सिंह, इंदुपाल, नवीन पांडेय, प्रदीप कुमार, याकूब आदि उपस्थित रहे।

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