सावन के सोमवार पर रिमझिम बारिश में बढ़ा शिवभक्ति का:देवरिया के शिवालयों में सुबह 4 बजे से उमड़े श्रद्धालु, हर-हर महादेव का गूंजा जयघोष
सावन के पवित्र माह में सोमवार को देवरिया जिले में रिमझिम फुहारों ने शिवभक्तों के उत्साह को और बढ़ा दिया। सुबह चार बजे से ही श्रद्धालुओं का मंदिरों की ओर आना-जाना शुरू हो गया। देवरिया के प्रमुख शिवालयों में हर-हर महादेव के जयघोष गूंजते रहे। सोमनाथ मंदिर, नाथ बाबा मंदिर, न्यू कॉलोनी स्थित शिव मंदिर और कचहरी चौराहा हनुमान मंदिर परिसर के शिवालय समेत कई स्थानों पर श्रद्धालुओं ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। कई भक्तों ने व्रत-पूजन के बाद शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और फूल अर्पित किए। बरहज से कुछ कांवड़िया भक्त सरयू नदी का पवित्र जल लेकर विभिन्न शिवालयों पर पहुंचे। उन्होंने विधि-विधान से जलाभिषेक किया। सोमनाथ मंदिर परिसर में विशेष भीड़ रही। मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं के लिए कतारबद्ध दर्शन की व्यवस्था की गई थी। बरसात के बीच भी श्रद्धालु छाता और रेनकोट पहने, तो कोई भीगते हुए, बाबा के दरबार में पहुंचे। मंदिर में प्रवेश से पहले भक्तों को सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा। मंदिरों में उमड़ी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। सोमनाथ मंदिर के पास स्थित कसया बाईपास पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई थी। इससे श्रद्धालुओं की भीड़ और यातायात में कोई बाधा नहीं आई। मंदिर के समीप बैरिकेड लगाकर दोपहिया वाहनों का प्रवेश भी बंद कर दिया गया था। पुलिस और होमगार्ड जवान लगातार भीड़ को नियंत्रित करते नजर आए। बारिश की फुहारों के बीच भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। कई श्रद्धालु परिवार के साथ पहुंचे। कई युवा समूहों में हर-हर महादेव के नारे लगाते हुए कांवड़ यात्रा पूरी करने आए। मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन का भी आयोजन हुआ। इसमें शिव महिमा का गान कर भक्तों ने भक्ति रस में डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं का मानना था कि सावन में भगवान शिव की आराधना और जलाभिषेक से मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है। बरसात के मौसम में सोमवार का यह दिन शिवभक्तों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बन गया।

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