लखनऊ में बारिश ने खोली सड़कों की पोल:CM आवास से लोहिया चौराहे तक सड़क उखड़ी, हर दिन गुजरते हैं 10 हजार वाहन

लखनऊ में तीन दिन की लगातार बारिश ने PWD के दावों की परतें उधेड़ दीं। मुख्यमंत्री आवास चौराहे से लेकर लोहिया चौराहे तक की सड़क बारिश के बाद बुरी तरह उखड़ गई। जगह-जगह से बजरी निकलकर सड़क पर फैल गई है। हालत ये है कि दोपहिया वाहन सवार फिसल रहे हैं, कई लोग घायल हो चुके हैं। सीएम से लेकर अफसर इसी रास्ते से आते-जाते हैं चौंकाने वाली बात ये है कि यह सड़क राजधानी की सबसे संवेदनशील और व्यस्त VIP सड़कों में गिनी जाती है। इसी रूट से मुख्यमंत्री, मंत्री, सचिव और आला अधिकारी रोजाना गुजरते हैं। आम लोगों के साथ इस सड़क से हर दिन करीब 10,000 गाड़ियां निकलती हैं। बजरी हटवाने में जुटा विभाग, पर सड़क फिर भी बदहाल बारिश थमते ही विभाग ने मजदूर लगाकर सड़क से बजरी हटवाना शुरू कर दिया है। लेकिन फिसलन और गड्ढों से बचना अब भी चुनौती बना हुआ है। कई जगह पैचवर्क भी उखड़ चुका है। 2020 में बनी थी सड़क, अब रिन्यूअल प्रस्ताव में PWD अफसरों की मानें तो इस सड़क का निर्माण 2020 में हुआ था। उसके बाद समय-समय पर पैकिंग वर्क कराया गया है। इस साल की कार्ययोजना में सड़क के रिन्यूअल का प्रस्ताव शामिल किया गया है। विभाग का कहना है कि मंजूरी मिलते ही सड़क को नई तकनीक से दोबारा बनाया जाएगा। 4 साल में सड़क क्यूं नहीं टिक पाई? स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि VIP रूट पर बनी सड़क अगर चार साल में उखड़ गई, तो बाकी इलाकों की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। लोग दोषियों पर कार्रवाई और जल्द मरम्मत की मांग कर रहे हैं।

Aug 6, 2025 - 14:45
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लखनऊ में बारिश ने खोली सड़कों की पोल:CM आवास से लोहिया चौराहे तक सड़क उखड़ी, हर दिन गुजरते हैं 10 हजार वाहन
लखनऊ में तीन दिन की लगातार बारिश ने PWD के दावों की परतें उधेड़ दीं। मुख्यमंत्री आवास चौराहे से लेकर लोहिया चौराहे तक की सड़क बारिश के बाद बुरी तरह उखड़ गई। जगह-जगह से बजरी निकलकर सड़क पर फैल गई है। हालत ये है कि दोपहिया वाहन सवार फिसल रहे हैं, कई लोग घायल हो चुके हैं। सीएम से लेकर अफसर इसी रास्ते से आते-जाते हैं चौंकाने वाली बात ये है कि यह सड़क राजधानी की सबसे संवेदनशील और व्यस्त VIP सड़कों में गिनी जाती है। इसी रूट से मुख्यमंत्री, मंत्री, सचिव और आला अधिकारी रोजाना गुजरते हैं। आम लोगों के साथ इस सड़क से हर दिन करीब 10,000 गाड़ियां निकलती हैं। बजरी हटवाने में जुटा विभाग, पर सड़क फिर भी बदहाल बारिश थमते ही विभाग ने मजदूर लगाकर सड़क से बजरी हटवाना शुरू कर दिया है। लेकिन फिसलन और गड्ढों से बचना अब भी चुनौती बना हुआ है। कई जगह पैचवर्क भी उखड़ चुका है। 2020 में बनी थी सड़क, अब रिन्यूअल प्रस्ताव में PWD अफसरों की मानें तो इस सड़क का निर्माण 2020 में हुआ था। उसके बाद समय-समय पर पैकिंग वर्क कराया गया है। इस साल की कार्ययोजना में सड़क के रिन्यूअल का प्रस्ताव शामिल किया गया है। विभाग का कहना है कि मंजूरी मिलते ही सड़क को नई तकनीक से दोबारा बनाया जाएगा। 4 साल में सड़क क्यूं नहीं टिक पाई? स्थानीय लोग सवाल उठा रहे हैं कि VIP रूट पर बनी सड़क अगर चार साल में उखड़ गई, तो बाकी इलाकों की हालत का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। लोग दोषियों पर कार्रवाई और जल्द मरम्मत की मांग कर रहे हैं।

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