लखनऊ में NSUI ने राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन:SSC बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए, अखिलेश बोले- बोर्ड की लापरवाही से छात्रों का भविष्य अंधकार में
लखनऊ में मंगलवार को एनएसयूआई के पदाधिकारी और सदस्यों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। एनएसयूआई सदस्यों ने एसएससी बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए। बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपने के बाद जिला अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि एसएससी की लापरवाही की वजह से युवाओं का भविष्य अंधकार में जा रहा है। NSUI के 6 सदस्यों के प्रतिनिधि मंडल ने SSC द्वारा कराई जारी परीक्षाओं में अनियमितता का आरोप लगाया। निजी एजेंसियों को दिए गए ठेके का विरोध किया। अखिलेश यादव ने कहा कि जिस प्रकार दिल्ली में छात्रों और शिक्षकों पर लाठी बरसाई गई यह गलत है। शिक्षक का भगवान का दर्जा होता है और छात्र हमारे देश का भविष्य हैं। इनके साथ अपराधी जैसे बर्ताव किया गया। शिक्षा से जुड़े हुए समाज के साथ इस प्रकार का रवैया बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अखिलेश ने कहा कि SSC द्वारा आयोजित परीक्षा प्रक्रिया में बार-बार तकनीकी खराबी आती है। आंसर की में कई गलतियां सामने आई जिससे छात्रों में मानसिक तनाव बढ़ गया। लगातार परिणामों की पारदर्शिता पर भी संदेह बना हुआ है। शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे छात्रों के साथ पुलिस द्वारा अमानवीय व्यवहार और दमनात्मक कार्रवाई की गई। यह सब कुछ जो हो रहा है बेहद शर्मनाक है। एनएसयूआई ने मांग किया कि परीक्षा प्रणाली में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। उत्तर कुंजी और परिणाम की पुनः समीक्षा हो जिसके लिए स्वतंत्र तकनीकी समिति गठित की जाए। निजी एजेंसियों की भूमिका की जांच कर उनकी जवाबदेही तय की जाए। छात्राओं की सुरक्षा से जुड़ी घटनाओं की स्वतंत्र जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो। छात्रों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन का अधिकार दिया जाए और जिनके साथ दमनात्मक कार्रवाई की गई है उन्हें न्याय मिले। यह केवल परीक्षा का मामला नहीं है, बल्कि युवाओं के आत्म-सम्मान और उनके संवैधानिक अधिकारों से जुड़ा मामला है।

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