राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे:नदी की कटान में समाहित हुआ शिव मंदिर, सरकारी स्कूल पर भी कटान का खतरा

श्रावस्ती में राप्ती नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से 5 सेंटीमीटर नीचे आ गया है। इससे संभावित बाढ़ का खतरा टल गया है। हालांकि, नदी अब किनारों पर कटान कर रही है। दरअसल नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हुई बारिश के कारण मंगलवार को राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 90 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था। इससे जमुनहा तहसील क्षेत्र के कुछ गांव पानी से घिर गए थे। वहीं बीते बुधवार को जलस्तर घटकर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर रहा। जो की बुधवार सुबह 10:00 बजे तक स्थिर बना रहा। वहीं बुधवार रात गिलौला विकासखंड के नारायणपुर गांव के बाहर राप्ती नदी किनारे स्थित शिव मंदिर नदी की कटान में समाहित हो गया। ग्रामीणों के सामने ही मंदिर नदी की धारा में कटकर बह गया, जिसका लाइव वीडियो भी सामने आया है। शिव मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित सरकारी स्कूल का भी कुछ हिस्सा नदी में कट गया है। अगर नदी इसी तरह कटान करती रही तो पूरा स्कूल भी नदी में समा सकता है। बीते मंगलवार को जलस्तर बढ़ने पर मल्हीपुर से भिनगा जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी नदी ने पक्की सड़क को काट दिया था। इस मार्ग पर अभी भी पानी का बहाव जारी है। लोग नाव का सहारा लेकर कटी हुई सड़क पर चल रहे पानी के बहाव को पार कर एक तरफ से दूसरी तरफ जा रहे हैं। जलस्तर के खतरे के निशान से नीचे आने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। मंगलवार और बुधवार को जलस्तर बढ़ने से संभावित बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था। नदी किनारे बसे गांवों के लोगों की धड़कनें भी संभावित बाढ़ के मद्देनजर बढ़ गई थीं। वहीं अब लोगों को राहत मिली है।

Aug 7, 2025 - 11:11
 0
राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे:नदी की कटान में समाहित हुआ शिव मंदिर, सरकारी स्कूल पर भी कटान का खतरा
श्रावस्ती में राप्ती नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से 5 सेंटीमीटर नीचे आ गया है। इससे संभावित बाढ़ का खतरा टल गया है। हालांकि, नदी अब किनारों पर कटान कर रही है। दरअसल नेपाल के पहाड़ी इलाकों में हुई बारिश के कारण मंगलवार को राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 90 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था। इससे जमुनहा तहसील क्षेत्र के कुछ गांव पानी से घिर गए थे। वहीं बीते बुधवार को जलस्तर घटकर खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर रहा। जो की बुधवार सुबह 10:00 बजे तक स्थिर बना रहा। वहीं बुधवार रात गिलौला विकासखंड के नारायणपुर गांव के बाहर राप्ती नदी किनारे स्थित शिव मंदिर नदी की कटान में समाहित हो गया। ग्रामीणों के सामने ही मंदिर नदी की धारा में कटकर बह गया, जिसका लाइव वीडियो भी सामने आया है। शिव मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित सरकारी स्कूल का भी कुछ हिस्सा नदी में कट गया है। अगर नदी इसी तरह कटान करती रही तो पूरा स्कूल भी नदी में समा सकता है। बीते मंगलवार को जलस्तर बढ़ने पर मल्हीपुर से भिनगा जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी नदी ने पक्की सड़क को काट दिया था। इस मार्ग पर अभी भी पानी का बहाव जारी है। लोग नाव का सहारा लेकर कटी हुई सड़क पर चल रहे पानी के बहाव को पार कर एक तरफ से दूसरी तरफ जा रहे हैं। जलस्तर के खतरे के निशान से नीचे आने से लोगों को बड़ी राहत मिली है। मंगलवार और बुधवार को जलस्तर बढ़ने से संभावित बाढ़ का खतरा मंडरा रहा था। नदी किनारे बसे गांवों के लोगों की धड़कनें भी संभावित बाढ़ के मद्देनजर बढ़ गई थीं। वहीं अब लोगों को राहत मिली है।

What's Your Reaction?

like

dislike

love

funny

angry

sad

wow