बाबा मेरे ऊपर से नींबू उतारते...फिर कुछ याद नहीं रहता:न जाने कितनी बार संबंध बनाए; वाराणसी में अब कहता- बेटी-बेटे को मुस्लिम बनाओ
2010 में जब मेरा बेटा हुआ, तब से हुजूर मेरे घर में आने-जाने लगे। 2022 में उन्होंने मुझे वाराणसी में मकान दिलाया। वो यहां रहने भी लगे। एक दिन मुझसे कहा कि रोजा रखा करो। मैंने हुजूर की बातों को मान लिया और रोजा रखने लगी। फिर वो मेरी बेटी और बेटे को मुसलमान बनाने का दबाव बनाने लगे। वो कहते कि बेटी के आधार में खान लिखवाओ और बेटे का खतना करवाओ। मैंने मना किया तो उन्होंने 23 जुलाई, 2025 को मुझसे मारपीट की। ये बताते हुए सिगरा (वाराणसी) में रहने वाली महिला की आंखों से आंसू आ गए। पीड़िता ने 29 जुलाई को वाराणसी के शेख सलीम फाटक के रहने वाले डॉ. नईम कादरी उर्फ हुजूर के खिलाफ यौन शोषण और धर्मांतरण का दबाव बनाने को लेकर मुकदमा दर्ज कराया। इसके बाद वाराणसी की सिगरा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। महिला ने कहा- हम हिंदू हैं, इस्लाम स्वीकार नहीं करना चाहते। मेरे पति बेकरी में वर्कर हैं, बाबा पर अंधविश्वास के चक्कर में हम फंस गए। उतारा करने का बोलकर एक नींबू हमारे ऊपर से उतारता था, फिर हमें कुछ याद नहीं रहता था। मेरे साथ कई बार संबंध बनाए। डॉ. नईम के चंगुल में फंसी महिला तक दैनिक भास्कर टीम पहुंची। पीड़िता से जाना कि डॉ. नईम कादरी ने कैसे उन्हें अपने जाल में फंसाया, कैसे धर्मांतरण का दबाव बना रहा था और क्यों उन्होंने सुसाइड करने का मन बना लिया था? पढ़िए रिपोर्ट... BHU ने जवाब दिया, पीर बाबा ने ठीक किया महिला से हमारी बातचीत की शुरुआत इससे हुई की पीर बाबा उर्फ हुजूर से उनकी मुलाकात कैसे हुई? महिला कहती हैं- ये बात 2006 की है, मेरी बेटी की डिलीवरी होनी थी। उस समय तबीयत खराब हुई तो डॉक्टर ने बीएचयू रेफर कर दिया, जहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया, कहा कि घर ले जाइए। उसी दौरान किसी ने मेरे पिता को डॉ. नईम कादरी के बारे में बताया, तो वो मुझे लेकर वहां गए। उनकी दवा से मैं ठीक हो गई। तब मेरा विश्वास उनपर बढ़ गया और मेरे घर वालों का भी उन पर भरोसा हो गया। बाबा की गद्दी पर आने-जाने लगे पीड़िता ने बताया- इसके बाद मेरे पिता और भाई लोग उनकी गद्दी पर आने-जाने लगे और वो लगातार हमारे घर की परेशानियों में मदद करने लगे। सब कुछ अच्छे से चल रहा था। साल 2010 में मुझे बेटा हुआ। उस समय भी मेरी फिर से तबीयत खराब हुई तो फिर बाबा नईम कादरी ने ही मुझे बचाया। इसपर मेरे घर वाले और मैं उनकी मुरीद हो गई। वो जो कहते उसे हम लोग करते। इसके बाद वो मेरे घर आने-जाने लगे और एक महीने में एक बार जरूर आते। कहने लगे- अपने घर में गद्दी बनाओ पीड़िता ने कहा- मेरे घर जब उनका आना-जाना होने लगा तो उन्होंने कहा कि हम यहां स्थान चाहते हैं। तुम अपने घर में मेरी एक गद्दी बना दो, लेकिन हमने मना कर दिया। उधर उनका आना-जाना बढ़ गया। इसपर मोहल्ले के लोग मुझे गलत समझने लगे। ऐसे में कुछ लड़के परेशान करने लगे, जिसपर मैंने पुलिस बुला ली। पुलिस उन लड़कों को ले गई। शिफ्ट करवा दिया मकान महिला ने बताया- अब मोहल्ले के लोग तरह-तरह की बातें करने लगे। तब नईम कादरी ने मुझे दुलहीपुर (मुगलसराय) के एक मकान में शिफ्ट करवा दिया। हम लोग यहां रहने लगे। कभी कभार बाबा हमारे यहां रहते भी थे। इधर वो हमारी दवा भी चलाता रहा और दुआ ताबीज भी करता रहा। जिससे हमें फायदा था, इसलिए हमने कभी कोई शिकायत भी नहीं की। महिला ने बताया- सिगरा इलाके में उसने अपने परिचित का मकान दिलाया, जहां वह बिना रोकटोक आता था। लेकिन यहां उसका बर्ताव बदल गया था। वो यहां आता तो अब कुर्ता पायजामे की जगह ट्राउजर और शर्ट पहनकर आता था। इसके अलावा यहां आकार कपड़ा उतारकर लुंगी में सो जाता था। हमने मना किया तो कहता था कि यह मेरा भी घर है। अब जानिए कब किया यौन शोषण... उतारा करने के बहाने किया रेप महिला ने बताया- हुजूर अक्सर दिन में आते थे और बच्चों को दूसरे कमरे में भेज देते थे और कहते थे कि तब तक न आना जब तक हम न बुलाएं। हम उतारा करने जा रहे हैं। इस दौरान हमें इतना याद रहता था कि वो नीबू का उतारा करता था। उसके बाद कोई इंजेक्शन लगाता। जिससे मैं नशे में हो जाती थी। नशे से उभरती थी तो मुझे लगता था कि मेरे साथ कुछ गलत हुआ है। पूछने पर कहता अच्छा रुको और पानी में कुछ मिलाकर देता था, उसको पीकर हम सब भूल जाते थे। कुछ दिनों से धर्म परिवर्तन का बना रहा था दबाव पीड़िता ने बताया- हम अब अपने बेटे और बेटी का आधार बनवाना चाह रहे थे। लेकिन ये अपने तरीके से बनवाना चाह रहा था। वह बेटी और बेटे के नाम में खान जोड़ने को कह रहा था। वह लगातार बेटे के खतने के लिए कह रहा था, लेकिन हमने उनकी एक नहीं सुनी। वह चाहता था कि मेरा बेटा पास की गली में मौजूद मस्जिद में नमाज पढ़ने जाए। 23 जुलाई को हुई मारपीट पीड़िता के अनुसार, 23 जुलाई को डॉ नईम कादरी घर आये और बोले की बेटी का धर्मांतरण करवाना है। आधार में नाम में खान लगवाओ और बेटे का खतना करवाओ। इसपर बहस के बाद कहासुनी हो गई। उसने मुझे बहुत मारा और धमकी दी की अगर बेटी का नाम नहीं चेंज किया तो गलती की सजा भुगतनी पड़ेगी। पीड़िता ने बाबा नईम कादरी की प्रताड़ना से तंग आकार सुसाइड करने का मन बना लिया था। पीड़िता ने बताया 28 जुलाई को मैंने एक पत्र लिखा था। जिसमें सभी चीजों का जिम्मेदार नईम कादरी को बताया था। और रात में हम सामूहिक सुसाइड करते, लेकिन मेरी बेटी ने अपने छोटे मामा को ये बात बता दी और वो घर पर आ गए और किसी को मरने नहीं दिया। इस संबंध में पीड़िता ने कहा- हमें बस इंसाफ और कुछ नहीं चाहिए। वो जेल में गया है, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिले। हमने उसपर विश्वास किया था लेकिन उसने हमारे विश्वास को ठग लिया है। जबकि उसने मुझे नई जिंदगी दी है। पीड़िता ने बताया- हुजूर की गद्दी पर अकीदतमंदों का रेला चांद की हर ग्यारा तारीख को इकट्ठा होता है। यहां सब लोग धूनी लेकर नाचने लगते हैं। इसमें औरत मर्द सब शामिल होते हैं। इनकी गद्दी भी बिहार, झारखंड, महाराष्ट्र आदि स्टेट में है। जहां ये समय-समय पर आता जाता रहता है। डॉ. नईम कादरी की हरकतों से परेशान महिला सिग

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