स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र:भगवान के प्रति विनय, पवित्रता और अनन्य शरणागति का भाव रखें, परमात्मा हमसे दूर नहीं है
परमात्मा हमसे कभी भी अलग और दूर नहीं है। हमारे मन की निर्मलता से सभी आध्यात्मिक साधनों की प्राप्ति होती है। आध्यात्मिक साधनों की मदद से विनय, पवित्रता और भगवान के प्रति अनन्य शरणागति का भाव पैदा करें। आगे बढ़ें। जीवन की धन्यता, श्रेष्ठता इसी में है कि हम शरणागति रखें। आज जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद जी गिरि के जीवन सूत्र में जानिए हम दूसरों को किस वजह से आकर्षित कर पाते हैं? आज का जीवन सूत्र जानने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें।

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