हरदोई में भैंसठा नदी उफान पर:कई गांवों का संपर्क टूटा, मंदिरों तक पहुंचा पानी, ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त

हरदोई जनपद में भैंसठा (सई) नदी के उफान और लगातार बारिश से बाढ़ का संकट गहरा गया है। मनोहर नगर, विजय पुरवा, मऊआ हार, नया पुरवा, सेन पुरवा, ग्रैंट, रौरा और अब्दुल्लानगर का मजरा फुलहा समेत कई गांवों में जलभराव हो गया है। ग्राम सरियनपुर का मजरा उमर सेरा भी बाढ़ की चपेट में है। तेज बहाव और पानी भराव से ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हरियावां क्षेत्र में बाढ़ का पानी सिद्धनाथ मंदिर और रामजनकी मंदिर तक पहुंच गया है। मंदिर की कई सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं। आसपास की गलियों और रास्तों पर पानी भरने से श्रद्धालुओं व ग्रामीणों की आवाजाही बाधित हो रही है। भैंसठा नदी के उफान के चलते हरियावां ब्लॉक के आसपास के कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। पिपरिया रोड समेत कई मुख्य मार्गों पर पानी भर जाने से आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं। लोग पैदल या नाव के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे कच्चे मकानों के गिरने का खतरा भी बढ़ गया है। प्रशासन ने स्थिति पर निगरानी शुरू कर दी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य की तैयारी की जा रही है। मौसम साफ न होने के कारण हालात में जल्द सुधार की संभावना कम दिखाई दे रही है।

Aug 6, 2025 - 14:46
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हरदोई में भैंसठा नदी उफान पर:कई गांवों का संपर्क टूटा, मंदिरों तक पहुंचा पानी, ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त
हरदोई जनपद में भैंसठा (सई) नदी के उफान और लगातार बारिश से बाढ़ का संकट गहरा गया है। मनोहर नगर, विजय पुरवा, मऊआ हार, नया पुरवा, सेन पुरवा, ग्रैंट, रौरा और अब्दुल्लानगर का मजरा फुलहा समेत कई गांवों में जलभराव हो गया है। ग्राम सरियनपुर का मजरा उमर सेरा भी बाढ़ की चपेट में है। तेज बहाव और पानी भराव से ग्रामीणों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हरियावां क्षेत्र में बाढ़ का पानी सिद्धनाथ मंदिर और रामजनकी मंदिर तक पहुंच गया है। मंदिर की कई सीढ़ियां पानी में डूब चुकी हैं। आसपास की गलियों और रास्तों पर पानी भरने से श्रद्धालुओं व ग्रामीणों की आवाजाही बाधित हो रही है। भैंसठा नदी के उफान के चलते हरियावां ब्लॉक के आसपास के कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। पिपरिया रोड समेत कई मुख्य मार्गों पर पानी भर जाने से आवागमन में दिक्कतें आ रही हैं। लोग पैदल या नाव के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। इससे कच्चे मकानों के गिरने का खतरा भी बढ़ गया है। प्रशासन ने स्थिति पर निगरानी शुरू कर दी है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत व बचाव कार्य की तैयारी की जा रही है। मौसम साफ न होने के कारण हालात में जल्द सुधार की संभावना कम दिखाई दे रही है।

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