नेपाल से छोड़े गए पानी से बाराबंकी में बाढ़:तीन तहसीलों में भरा पानी, सरयू नदी 45 सेंटीमीटर ऊपर; लोग पलायन को मजबूर

बाराबंकी में तीन तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं। रामसनेहीघाट, सिरौली गौसपुर और रामनगर तहसीलों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। सबसे अधिक प्रभावित रामनगर और सिरौली गौसपुर के गांव हैं। तिलवारी गांव में प्राइमरी स्कूल के चारों तरफ पानी भर गया है। नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण सरयू नदी का जलस्तर 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। इससे टेपरा, बघौली, तेलवारी, गोबरहा और करौनी सहित आधा दर्जन गांव पानी से घिर गए हैं। स्थिति को देखते हुए गांव के लोग पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। तराई क्षेत्र के गांवों के बाहर पानी पहुंच गया है। हालांकि अभी तक घरों में पानी नहीं घुसा है। गांववासी घर के बाहर फैले पानी को देखकर परेशान हैं। लोग आवागमन के लिए नावों का सहारा लेने लगे हैं। तेलवारी गांव के निवासी दुर्गेश और राजन ने बताया कि गांव जाने के रास्ते पर पानी भर गया है। इससे आने-जाने में काफी डर लगता है। टेपरा गांव के 50 वर्षीय जगजीवन ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नेपाल से भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसे देखते हुए वे अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर साल इसी तरह बाढ़ आती है। बाढ़ का पानी प्राथमिक विद्यालय तेलवारी तक पहुंच गया है। इससे गांव के बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई है। स्कूल में पंजीकृत बच्चों को अब लगभग 2 किलोमीटर दूर गिद्रापुर गांव के स्कूल में अटैच किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी फिजा मिर्जा ने बताया कि अभी केवल तिलवारी गांव के स्कूल में पानी पहुंचा है। इसे गुरुवार से गिद्रापुर स्कूल में अटैच कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर प्रीति सिंह ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है। गांवों की निगरानी की जा रही है। अभी आबादी वाले क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचा है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार बाढ़ क्षेत्र का लगातार भ्रमण कर रहे हैं।

Aug 7, 2025 - 11:11
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नेपाल से छोड़े गए पानी से बाराबंकी में बाढ़:तीन तहसीलों में भरा पानी, सरयू नदी 45 सेंटीमीटर ऊपर; लोग पलायन को मजबूर
बाराबंकी में तीन तहसीलें बाढ़ से प्रभावित हो गई हैं। रामसनेहीघाट, सिरौली गौसपुर और रामनगर तहसीलों में बाढ़ का पानी पहुंच गया है। सबसे अधिक प्रभावित रामनगर और सिरौली गौसपुर के गांव हैं। तिलवारी गांव में प्राइमरी स्कूल के चारों तरफ पानी भर गया है। नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के कारण सरयू नदी का जलस्तर 45 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। इससे टेपरा, बघौली, तेलवारी, गोबरहा और करौनी सहित आधा दर्जन गांव पानी से घिर गए हैं। स्थिति को देखते हुए गांव के लोग पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। तराई क्षेत्र के गांवों के बाहर पानी पहुंच गया है। हालांकि अभी तक घरों में पानी नहीं घुसा है। गांववासी घर के बाहर फैले पानी को देखकर परेशान हैं। लोग आवागमन के लिए नावों का सहारा लेने लगे हैं। तेलवारी गांव के निवासी दुर्गेश और राजन ने बताया कि गांव जाने के रास्ते पर पानी भर गया है। इससे आने-जाने में काफी डर लगता है। टेपरा गांव के 50 वर्षीय जगजीवन ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। नेपाल से भी पानी छोड़ा जा रहा है। इसे देखते हुए वे अपने पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हर साल इसी तरह बाढ़ आती है। बाढ़ का पानी प्राथमिक विद्यालय तेलवारी तक पहुंच गया है। इससे गांव के बच्चों की पढ़ाई बाधित हो गई है। स्कूल में पंजीकृत बच्चों को अब लगभग 2 किलोमीटर दूर गिद्रापुर गांव के स्कूल में अटैच किया गया है। खंड शिक्षा अधिकारी फिजा मिर्जा ने बताया कि अभी केवल तिलवारी गांव के स्कूल में पानी पहुंचा है। इसे गुरुवार से गिद्रापुर स्कूल में अटैच कर दिया गया है। उपजिलाधिकारी सिरौलीगौसपुर प्रीति सिंह ने बताया कि सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट है। गांवों की निगरानी की जा रही है। अभी आबादी वाले क्षेत्रों में पानी नहीं पहुंचा है। तहसीलदार और नायब तहसीलदार बाढ़ क्षेत्र का लगातार भ्रमण कर रहे हैं।

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