कानपुर में अधिवक्ता अखिलेश दुबे समेत 2 अरेस्ट:BJP नेता को रेप केस में फंसाया, 50 लाख मांगे, CM से शिकायत पर एक्शन
पुलिस ने कानपुर के चर्चित वकील अखिलेश दुबे को 'ऑपरेशन महाकाल' के तहत बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। भाजपा नेता रवि सतीजा ने बुधवार दोपहर 3:02 बजे अखिलेश दुबे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद यह कार्रवाई की गई है। पुलिस ने अखिलेश के साथी लवी मिश्रा को भी गिरफ्तार किया है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया था कि अखिलेश ने उन पर पॉक्सो की झूठी एफआईआर दर्ज कराई। धमकी देकर 50 लाख रुपए रंगदारी मांग रहा था। वहीं इस पूरे में सांसद और विधायकों ने भी शिकायत की थी। जिसके बाद एसआईटी का गठन हुआ जिसमें अधिवक्ता समेत 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस आज गुरुवार को दोनों को कोर्ट में पेश करेगी। बाकी नामजद व अज्ञात आरोपितों के अलावा अखिलेश व साथियों के मददगारों, गुर्गों को तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि बहुत जल्द अन्य लोगों की भी गिरफ्तारी की जाएगी। भाजपा नेता पर दर्ज कराया गया था रेप का केस पुलिस के मुताबिक भाजपा नेता रवि सतीजा पर पिछले साल 4 जनवरी 2024 को कोर्ट के आदेश पॉक्सो, रेप के प्रयास की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इस केस में सतीजा ने खुद को फंसाने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री से पुलिस अफसरों तक गुहार लगाई थी। बाद में घटना फर्जी पाए जाने पर केस एक्सपंज कर दिया गया था। पीड़ित रवि सतीजा लगातार आरोप लगा रहे थे कि अखिलेश दुबे और साथियों ने पॉक्सो केस वापस कराने के लिए 50 लाख रुपए मांगे। जांच के लिए मार्च 2025 में SIT को हुआ था गठन डीसीपी दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि सांसद अशोक कुमार रावत ने बीते दिनों पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखते हुए बताया कि शहर में कुछ लोग संगठित गिरोह बना कर लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज करवा कर लोगों से अवैध उगाही कर रहे हैं। इसके बाद मामले की जांच के लिए 3 मार्च 2025 को एक एसआईटी का गठन किया गया, जिसका इंचार्ज डीसीपी क्राइम को बनाया गया। भाजपा नेता बोले- मांग रहा था 50 लाख भाजपा नेता रवि सतीजा ने एसआईटी को बताया कि उनसे 50 लाख रुपए वसूली करने के उद्देश्य से बर्रा थाने में झूठा रेप का मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें कुछ लोगों के नाम दिए गए। एसआईटी मामले की जांच में भाजपा नेता के आरोप सही पाए गए। इसके बाद बुधवार को रवि सतीजा की तहरीर पर अखिलेश दुबे, निशा कुमारी, गीता कुमारी, विमल यादव, अभिषेक बाजपेई, शैलेंद्र यादव उर्फ टोनू यादव, लवी मिश्रा व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पूछताछ के लिए अखिलेश दुबे व उसके साथी लवी को थाने बुलाया गया। उनके द्वारा साक्ष्य प्रस्तुत न किए जाने पर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। अन्य की तलाश की जा रही है। CM के आदेश पर हुआ पूरा एक्शन पुलिस अफसरों की मानें तो अधिवक्ता अखिलेश दुबे पर एक्शन लेना कोई सामान्य बात नहीं थी। लेकिन रवि सतीजा ने सीएम से मुलाकात करके पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद सीएम ने पुलिस कमिश्नर से अखिलेश दुबे को लेकर रिपोर्ट तलब की। अखिलेश दुबे का जमीनों पर कब्जा, झूठे रेप केस में फंसाकर ब्लैकमेलिंग करने समेत कई मामले सामने आने के बाद पुलिस कमिश्नर को कार्रवाई का आदेश दिया। इसके बाद अखिलेश दुबे को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। SIT की जांच में शामिल नहीं हुई पीड़िता डीसीपी साउथ ने बताया कि अखिलेश दुबे कानपुर में फर्जी मुकदमों का बड़ा सिंडीकेट चला रहा था। उसके गिरोह के संपर्क में तमाम सारी नाबालिग और बालिग लड़कियां वह महिलाएं हैं। अखिलेश दुबे अपने विरोधियों या जो भी उसकी बात नहीं मानता था उसके खिलाफ झूठी रेप व पॉक्सो की एफआईआर दर्ज करवाकर जेल भिजवा देता था। एसआईटी ने मामले की जांच शुरु की तो रवि सतीजा पर रेप की रिपोर्ट दर्ज कराने वाली किशोरी की बहन व पीड़िता को बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया गया। कई बार बुलाने के बाद भी सामने नहीं आई। इसके बाद बस्ती से मां-बेटी अपना घर भी छोड़कर लापता हो गई हैं। सिर्फ भाजपा नेता रवि सतीजा ही नहीं एसआईटी के सामने आए अन्य रेप केस में कई युवतियों का कोई सुराग नहीं मिल रहा है। इससे एक बात तो साफ हो गई कि एसआईटी के सामने आए रेप और पाक्सो एक्ट के सभी केस से वादिनी गायब हैं। डीसीपी साउथ बोले- सांसद की शिकायत पर कराई जांच डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि मिश्रिख लोकसभा से सांसद अशोक कुमार रावत ने बीते दिनों पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखते हुए बताया था कि कुछ लोग संगठित गिरोह बनाकर लोगों पर दुष्कर्म, पाक्सो जैसे झूठे मुकदमे दर्ज करवाकर अवैध तरीके से धन की उगाही कर रहे हैं। सांसद के इस पत्र पर पुलिस आयुक्त ने 3 मार्च 2025 को एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी का प्रभारी एडीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा को बनाया गया था। बर्रा निवासी भाजपा नेता रवि सतीजा ने एसआईटी में शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि उनसे 50 लाख रुपए वसूली करने के उद्देश्य से बर्रा थाने में झूठा रेप का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इसमें कुछ लोगों के नाम भी उन्होंने दिए थे। मामले की जांच में भाजपा नेता के आरोप सही पाए गए। इसके बाद बुधवार रात को रवि सतीजा की तहरीर पर अखिलेश दुबे, निशा कुमारी, गीता कुमारी, विमल यादव, अभिषेक बाजपेई, शैलेंद्र यादव उर्फ टोनू यादव, लवी मिश्रा व अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। डीसीपी साउथ ने बताया कि इसी मामले में देर रात अखिलेश दुबे और लवी मिश्रा को अरेस्ट कर लिया गया। दोनों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा। दुबे के खिलाफ MP-MLA और MLC ने की थी शिकायत अखिलेश दुबे के खिलाफ सिर्फ भाजपा नेता रवि सतीजा ही नहीं कई प्रमुख लोगों ने शिकायत दर्ज कराई थी। अखिलेश दुबे और उसके कारनामों को लेकर मिश्रिख लोकसभा से सांसद अशोक रावत ने कानपुर पुलिस कमिश्नर को सबसे पहला पत्र लिखकर जांच करने की मांग की थी। इसके बाद हरदोई से भाजपा विधायक आशीष सिंह ‘आशु’, एमएलसी रामचंद्र सिंह प्रधान ने डीजीपी और शासन में शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। इसी तरह से उन्नाव से सफीपुर के विधायक बम्बा लाल दिवाकर ने

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